उत्तर प्रदेश की एटीएस ने पश्चिम बंगाल के रहने वाले दो अभियुक्तों- समीर मंडल और विक्रम- को गिरफ्तार किया है। ये दोनों कूटरचना करके कागजात तैयार करते थे और बांग्लादेशी मुसलमानों को दक्षिण अफ्रीका भेजते थे। ये आरोपी वहां के मुसलमानों का फर्जी कागजात हिन्दू नाम से तैयार करते थे। उसी फर्जी कागजात के आधार पर पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र एवं पासपोर्ट बनवाया जाता था।
पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी एटीएस ने पश्चिम बंगाल के 24 परगना जनपद से अनाज के ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले समीर मंडल को गिरफ्तार किया। समीर मंडल अनाज की आपूर्ति के साथ ही आपराधिक गतिविधियों में भी लिप्त था। वह बांग्लादेश के कुछ एजेंट के संपर्क में था। उन एजेंट के कहने पर वह अवैध ढंग से हिन्दुओं के नाम पर भारतीय पहचान पत्र बनवाता था। समीर मंडल के साथ विक्रम भी बांग्लादेशी मुसलमानों को दक्षिण अफ्रीका भेजने के इस अवैध धंधे में लिप्त था। समीर के कब्जे से एक दर्जन फर्जी पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज बरामद किये गए।
उल्लेखनीय है कि गत अक्टूबर माह में यूपी एटीएस ने रोहिंग्या गिरोह के चार सदस्यों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था। ये चारों फर्जी दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी कर रहे थे। यह गिरोह बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को पहले भारत भेज रहा था। उसके बाद पासपोर्ट बनवाकर विदेश भेजा जाता था। इन लोगों को भारत भेजने के पहले हिन्दू नाम का कूटरचित पहचान पत्र तैयार करके दिया जाता था। यूपी एटीएस ने पश्चिम बंगाल के निवासी मिथुन मंडल, बांग्लादेश के निवासी शाऊन अहमद, मोमिनुर इस्लाम और मेहंदी हसन को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
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