प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की धार्मिक यात्रा को यादगार बनाने के लिए बीजेपी और उत्तराखंड सरकार ने वृहद कार्यक्रम तय किया है। पीएम मोदी 5 नवंबर को भगवान केदारनाथ की पूजा जलाभिषेक करेंगे। इसके साथ ही आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। केदारनाथ में प्रधानमंत्री मोदी के जलाभिषेक और आदि शंकराचार्य समाधि स्थल के कार्यक्रम के समय यूपी, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों के शिवालयों में BJP कार्यकर्ता स्थानीय साधु–संतों के साथ जलाभिषेक करेंगे और इस दौरान भंडारा भी किया जाएगा।
बीजेपी के यूपी क्षेत्र के महामंत्री सुनील बंसल का कहना है कि पार्टी कार्यकर्ता इस दिन को इस लिए महत्वपूर्ण बनाने जा रहे हैं क्योंकि भारत के सबसे बड़े हिन्दू रक्षक आदि शंकराचार्य के प्रति जो समर्पित कार्य पीएम मोदी ने किया है वो आज तक किसी ने नहीं किया। बता दें कि आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि केदारनाथ में 2013 आपदा में खंडित हो गई थी उसे फिर से स्थापित करने के साथ-साथ वहां उनकी प्रतिमा के अनावरण का कार्य पीएम मोदी ने करवाया है।
सभी मठों के शंकराचार्यों को भेजा गया निमंत्रण
उत्तराखंड में सभी देवस्थलों में स्थापित शिवालयों में BJP के कार्यकर्ताओं के द्वारा जलाभिषेक के कार्यक्रम तय कर दिए गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि PM मोदी के केदारनाथ के कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। इसके लिए सभी व्यवस्थाएं जुटा ली गई हैं। उधर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने आदि शंकराचार्य के कार्यक्रम के लिए देश के सभी मठों के शंकराचार्यों, महामंडलेश्वरों और अन्य साधु-संतों को केदारनाथ आने का निमंत्रण भेजा है।
मैसूर के शिल्पियों ने तैयार की है प्रतिमा
मैसूर के शिल्पियों द्वारा तैयार की गई 35 टन वजनी और 12 फुट ऊंची आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति को तीन भागों में सेना के चिनुक हेलीकॉप्टर से बेंगलुरु से केदारनाथ पहुंचाया गया है। कृष्णा शिला पर तराशी गई इस प्रतिमा का पहले दो फुट का मॉडल पीएमओ भेजा गया था, प्रधानमंत्री मोदी की स्वीकृति मिलने के बाद इसको बनाने का कार्य दो साल पहले शुरू किया गया था।
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