उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को घुमाने के लिए महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बता दें कि कॉर्बेट पार्क देश का पहला टाइगर रिज़र्व होगा, जहां महिलाएं जिप्सी चलाकर पर्यटकों को बाघों और अन्य वन्य जीवों का दीदार करवाएंगी।
उत्तराखंड ब्यूरो
उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को घुमाने के लिए महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बता दें कि कॉर्बेट पार्क देश का पहला टाइगर रिज़र्व होगा, जहां महिलाएं जिप्सी चलाकर पर्यटकों को बाघों और अन्य वन्य जीवों का दीदार करवाएंगी। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, देश में बाघों का घर माना जाता है। हज़ारों पर्यटक यहां आकर बाघों को जंगल में विचरते देखने आते हैं। बाघों को नजदीक से दिखाने के लिए पर्यटकों को जिप्सी और गाइड की मदद का नियम कॉर्बेट प्रशासन ने बनाया हुआ है। अभी तक बाघ पर्यटन के लिए कॉर्बेट प्रशासन ने केवल पुरुषों को ही सूची में रखा हुआ था, अब यहां 24 महिलाओं को भी शामिल किया जा रहा है।
कॉर्बेट निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों से बराबरी का दर्जा रखती हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए 24 महिलाओं का चयन किया गया है। उन्हें बाघ पर्यटन की जानकारी दी जा रही है। ये सभी महिलाएं कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में जिप्सी चालक का काम करेंगी। महिलाओं को बाघ पर्यटन से सीधे तौर पर जोड़ने वाला कॉर्बेट पार्क देश का पहला टाइगर रिज़र्व है। इन महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण के लिए एफआरआई देहरादून भेजा गया है। कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व 1318.54 वर्ग किमी का जंगल है, जिसमें 252 बाघों की मौजूदगी है।
कॉर्बेट पार्क का टूरिस्ट जोन करीब 150 वर्ग किमी का है, जहां पर्यटक आ जा सकते हैं। शेष जंगल में केवल फॉरेस्ट कर्मियों को ही जाने की अनुमति है। ताकि बाघों के संरक्षण में कोई परेशानी न आ सके।
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