वाराणसी के दशाश्वमेध घाट के पास दशकों से ख़ाली पड़ी जगह को मल्टीस्टोरी व्यवसायिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. पर्यटन की दृष्टि से दशाश्वमेध घाट और ये क्षेत्र बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहां से एक रास्ता बाबा विश्वनाथ के दरबार तक भी जाता है. इस काम्प्लेक्स में बनारसी खान पान के साथ ही बनारसी पहनावा और स्थानीय वस्तुओं की दुकान खोली जायेंगी. दशाश्वमेध घाट पुनर्विकास परियोजना में विस्थापित दुकानदारों को इस कॉम्प्लेक्स में समायोजित भी किया जाएगा.
तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स में करीब 200 दुकान निर्मित होंगी. वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराया जा रहा है. लोअर ग्राउंड फ्लोर पर 68 दुकान, अपर ग्राउंड फ्लोर पर 42 दुकान और फ़ूड कोर्ट बनाया जाएगा. बेसमेंट में 72 दुकानों का निर्माण किया जा रहा है. इसके साथ अन्य प्रयोजन के लिए स्थल आरक्षित किया गया है.
अब पर्यटकों को बनारस के मशहूर खान-पान के लिए शहर में भटकना नहीं पड़ेगा. पूड़ी कचौड़ी ,जलेबी ,ठंडई ,लस्सी, मलइयो और बनारसी पान सब एक ही जगह मिलेगी. इसके अलावा बनारसी साड़ी या बनारस का हैंडीक्राफ्ट जैसे लकड़ी का खिलौना, ग़ुलाबी मीनाकारी ,जरदोज़ी आदि भी इस काम्प्लेक्स में उपलब्ध होंगी.
ईशा दुहन ने बताया कि काम्प्लेक्स में सीढ़ियों के साथ-साथ बुज़ुर्गों और दिव्यांगों की सुविधा के लिए लिफ्ट एवं ऐस्कीलेटर भी लगाया जाएगा. इसके साथ ही सर्फेस डेवलपमेन्ट के अन्तर्गत भूतल पर पर्यटकों के आराम से बैठने के लिए स्टोन फ़्लोरिंग एवं पाथ-वे भी बनाया जाएगा. पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखते हुए हरियाली का भी ध्यान रखा गया है.
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