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आचार्य अभिनवगुप्त के अनुसार धर्म की रक्षा के लिए शास्त्र के साथ कभी-कभी शस्त्र की भी आवश्यकता पड़ती है। शस्त्र की आवश्यकता शास्त्र के अनुसार दिखाए मार्ग पर लाने के लिए पड़ती है। भारतवासियों के मन में पिछले कई दिनों से जो इच्छा थी, वह पूरी हो गई। इसके लिए देश की सेना धन्यवाद की पात्र है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने उक्त विचार गत 29 सितंबर को नई दल्लिी के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आचार्य अभिनवगुप्त की जन्म सहस्त्राब्दी के अवसर पर व्यक्त किए। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता और आचार्य अभिनवगुप्त के चत्रि पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ।
श्री भागवत ने कहा कि अभिनवगुप्त का जन्म सहस्राब्दी वर्ष मनाने का उद्देश्य यही है कि हम अपने महान आचार्यों द्वारा बताए ज्ञान के प्रति श्रद्धा भाव जागृत करें। अपने आचरण तथा मन से हर प्रकार के भेद को मिटाकर एक दूसरे के प्रति करुणा का भाव जागृत करें। उन्होंने कहा कि अभिनवगुप्त का दर्शन विविधता में एकता का परिचायक है। उनकी सभी कृतियों में यह मूल विचार है कि विविधता का साक्षात्कार करना चाहिए। विविधता को जानना और उसके उपयोग से एकता के मानस को समझना ही ज्ञान का मूल है। एकता से ही सबका सृजन हुआ है। हमारे आचार्यों ने इस बात को अपने अनुभव से सद्धि किया है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि शास्त्र और शस्त्र दोनों से ही देश की रक्षा होती है। दुष्टों को उनकी दुष्टता का जवाब देने के लिए प्रतिकार करना जरूरी होता है। आज जो राष्ट्र शस्त्र से संरक्षित हैं वहां शास्त्र पर चिंतन किया जा सकता है। आज देश में युवा जोश और अनुभव का होश दोनों देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आचार्य अभिनवगुप्त की जन्म सहस्त्राब्दी मनाने का उद्देश्य यही है कि हम उनके दिए ज्ञान को अपने जीवन में उतारें।
कार्यक्रम की प्रस्तावना एवं आचार्य अभिनवगुप्त के व्यक्तत्वि और कृतत्वि पर प्रकाश डालते हुए जवाहरलाल नेहरू विवि. के पूर्व कुलपति प्रो. कपिल कपूर ने उदाहरण देते हुए कहा कि आज पूरा देश हनुमान जी जैसा हो गया है। उनके पास शक्ति तो है पर उन्हें इसका आभास नहीं है। ऐसे लोगों को जाग्रत करने के लिए संतों का आगमन होता है।
कार्यक्रम में पदम्श्री जवाहरलाल कौल द्वारा लिखित एवं उर्दू में अनुवादित अभिनवगुप्त और शैव दर्शन का पुनरोदय, डॉ.जयप्रकाश सिंह द्वारा लिखित संचारवद्ि अभिनवगुप्त, डॉ. जीतराम भट्ट द्वारा संकलित अभिनवसूक्ति शतकम और भैरवस्त्रोत सहित पांच पुस्तकों का विमोचन किया गया। इसके साथ ही आचार्य अभिनवगुप्त के व्यक्तत्वि, कृतत्वि एवं दर्शन पर डॉ. रजनीश शुक्ल द्वारा संकलित एक संग्रहणीय विशेषांक 'प्रत्यभज्ञिान' का भी विमोचन हुआ। समारोह में प्रमुख रूप से रा.स्व.संघ के सहसरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले, अ.भा.सह संपर्क प्रमुख श्री अरुण कुमार, विहिप के अन्तरराष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री दिनेशचन्द्र, दल्लिी प्रांत के संघचालक श्री कुल भूषण आहूजा एवं सह संघचालक श्री आलोक कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। वि.सं.कें., दल्लिी
न्यायालय ने दी पथ संचलन की अनुमति
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रत्येक वर्ष विजयादशमी पर संपूर्ण राष्ट्र में पथ संचलन का आयोजन करता है। हर बार की तरह इस बार भी संघ के स्वयंसेवकों ने तमिलनाडु के स्थानीय प्रशासन से पथ संचलन की अनुमति मांगी लेकिन प्रशासन ने शांति भंग की आश्ंाका का हवाला देते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया।
इसको लेकर संघ के स्वयंसेवकों ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद उच्च न्यायालय ने 6-7 नंबर के बीच 14 स्थानों पर पथ संचलन निकालने की सशर्त अनुमति दी और राज्य सरकार के पथ संचलन न निकालने के अनुरोध वाली आपत्ति को खारिज कर दिया। वि.सं.कें., तमिलनाडु
आकर्षण का केंद्र
फेयर में 22 राज्यों के उद्यमियों ने 466 दुकानों के माध्यम से अपने गुणवत्तापरक उत्पाद प्रस्तुत किए। 17 सितंबर को एमएसएमई कन्क्लेव में अग्रणी उद्यमियों ने भाग लिया। सम्मेलन में केन्द्रीय सूक्ष्म-लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मश्रि ने कहा कि स्वावलम्बी जीवन के लिए छोटे उद्योगों का वस्तिार आवश्यक है, इसलिए इनकी समस्याओं का निराकरण सरकार की प्राथमिकता में है। केन्द्रीय वत्ति एवं कंपनी मामलों के राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बताया कि 1 अप्रैल, 2017 से लागू होने के बाद जीएसटी में सभी टैक्स समाहित होंगे। राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने वश्विकर्मा जयन्ती को राज्य में एमएसएमई दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। साथ ही लघु उद्योगों के लिए आसान ऋण सुविधा हेतु पृथक बैंक खोलने की मांग की। समापन सत्र में केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनन्त कुमार ने कहा कि देश में 3 करोड़ 60 लाख सूक्ष्म, लघु एवं कुटीर उद्योगों के लिए दीनदयाल उपाध्याय के विचारों पर आधारित उद्योग नीति तैयार होगी।
''स्वावलंबन के लिए छोटे उद्योगों का वस्तिार आवश्यक''
सूक्ष्म और लघु उद्योगों के देश के सबसे बड़े संगठन लघु उद्योग भारती की ओर से उद्योग दर्शन-इण्डिया इण्डस्ट्रियल फेयर-2016 का आयोजन 16 से 19 सितंबर को जयपुर के जेईसीसी परिसर, सीतापुरा में किया गया। ये आयोजन वस्तुत: लघु उद्योगों के राष्ट्रीय कुंभ का दग्दिर्शन था। इण्डिया इण्डस्ट्रियल फेयर-2016 का भूमि-पूजन 14 सितंबर को जयपुर एक्जिबीशन एंड कंवेंशन सेंटर में प्रदेश के प्रमुख संत श्री रमन नाथ जी महाराज के सान्नध्यि में संपन्न हुआ। फेयर का औपचारिक उद्घाटन 16 सितम्बर को केंद्रीय ग्रामीण एवं पंचायतीराज मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर,रेल मंत्रालय के कार्यकारी निदेशक मधुराजन कुमार और राजस्थान के उद्योग मंत्री गजेन्द्र सिंह ने किया। श्री नरेन्द्र तोमर ने कहा कि छोटे उद्योग देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के साथ सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध करवा रहे हैं। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक मधुराजन कुमार ने कहा कि रेलवे में दो साल पहले 'एमएसएमई' क्षेत्र से 2200 करोड़ रुपए की खरीद हुई थी, जिसे इस वर्ष 4,000 करोड़ रुपए तक पहुंचाने का
लक्ष्य है। डॉ. संजय मत्तिल
वार्षिक सभा
केशव सहकारी बैंक लिमिटेड दल्लिी के सदस्यों की बीसवीं वार्षिक साधारण सभा पिछले दिनों नूतन मराठी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पहाड़गंज, नई दल्लिी में सम्पन्न हुई। सभा का शुभारम्भ गायत्री मंत्र एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। सभा में अध्यक्ष श्री जय प्रकाश गुलाटी, उपाध्यक्ष श्री महेन्द्र गुप्ता, निदेशक श्री श्याम जाजुु, श्री चन्द्र वधवा जी एवं अन्य निदेशक, सलाहकार श्री राम कुमार शर्मा जी उपस्थित रहे।
श्री जय प्रकाश गुलाटी ने सभी का स्वागत करते हुए सदस्यों, निदेशक मंडल एवं बैंक कर्मचारियों के सहयोग के लिये धन्यवाद किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री के.के़ शर्मा ने गत वर्ष की विशेष उपलब्धियों के बारे में वस्तिृत जानकारी दी। वर्ष 2015-16 वार्षिक प्रतिवेदन, लेखा परीक्षण प्रतिवेदन, तुलनपत्र व आय-व्यय खाता एवं लाभ के वितरण पर विचार कर इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया । प्रतिनिधि
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