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पिछले दिनों हरियाणा के मुरथल-सोनीपत में राष्ट्र सेविका समिति का दो दिवसीय किशोरी शिविर संपन्न हुआ। शिविर में जिले की 117 किशोरियों ने भाग लिया।
इस दो दिवसीय शिविर में किशोरियों को मार्शल आर्ट, दंड संचालन व योगासन का अभ्यास कराया गया। इस अवसर पर प्रांत प्रचारिका डॉ. ममता ने कहा कि आज महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में मजबूत
होना होगा।
उन्होंने कहा कि नारी ही घर की प्रथम वैद्य होती है जो घर के हर व्यक्ति की चिंता करती है। तो वहीं नारी एक सभ्य समाज के निर्माण में भी हर दम चिंता में लगी रहती है।
शिविर के समापन सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में प्रांत सेवा प्रमुख श्रीमती पदमेश बवेजा ने कहा कि नारी राष्ट्र की निर्मात्री होती है। चाहे प्राचीनकाल हो या वर्तमानकाल मैत्री, गार्गी, विदुषी, कल्पना, सुनीता विलियम्स जैसी महिलाओं ने अपने कार्य से दुनिया में लोहा मनवाकर अपनी शक्ति का परिचय दिया है।
प्रतिनिधि
देश-दुनिया में तेजी से बढ़ रही हिंदी
अभी हाल भारतीय भाषा मंच द्वारा नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में 'भारतीय भाषाएं एवं विमर्श' विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। शिक्षा संस्कृति न्यास के राष्ट्रीय सचिव श्री अतुल भाई कोठारी ने मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय भाषाओं एवं उनके विस्तार एवं व्यावहारिकता की वैज्ञानिकता पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आज हिंदी देश-दुनिया में बहुत तेजी से बढ़ रही है। देश में भ्रम है कि पूर्वोत्तर भारत में हिंदी नहीं बोली जाती जबकि वास्तव में वहां भी सामान्य लोगों की भाषा हिंदी है। इसी तरह दक्षिण के राज्यों में भी हिंदी का विरोध नहीं है, वहां भी लोग हिंदी सीख रहे हैं। दुनिया के सौ के लगभग देशों में और ऑक्सफोर्ड, हार्वर्ड जैसे शीर्ष विश्वविद्यालयों तक में हिंदी पढ़ाई जा रही है। श्री कोठारी ने चिंता व्यक्त की कि अंग्रेजों ने भाषा के विषय में जो परंपरा यहां स्थापित की, वह आज भी चल रही है। उन्होंने कहा कि बच्चा जन्म लेते ही सबसे पहले अपनी मां से ही सीखता है। वह उस समय जो भाषा नैसर्गिक रूप से मां से सीखता है, वही उसकी मातृभाषा बन जाती है तथा वह जीवन पर्यंत उसी भाषा में सोचता है। इसलिए जिस भाषा में हम सोचते हैं उसमें अपने विचार, कार्य तथा शोध का प्रस्तुतीकरण अन्य भाषाओं की तुलना में बेहतर ढंग से कर सकते हैं। इस अवसर पर शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ शिक्षाविद् श्री दीनानाथ बत्रा का विशेष सान्निध्य रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनीलीवर कंपनी के श्री महमूद खान ने की। मुख्य अतिथि आयुक्त, हैदराबाद श्री बी.वी.गोपीनाथ ने भी अपने विचार
व्यक्त किए। प्रतिनिधि
भाषायी हीनता से उबरने की है जरूरत
गत दिनों कोलकाता की बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय के तत्वावधान में हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में अध्यक्ष के तौर पर नई दिल्ली के ख्याति प्राप्त साहित्यकार और वरिष्ठ राजभाषा प्रबंधक डॉ. ओम निश्चल उपस्थित थे। श्री निश्चल ने कहा कि हिंदी हमारी अस्मिता और स्वाभिमान की भाषा है। हिंदी के माध्यम से आधुनिक तकनीकी व विकास के उपक्रमों से जुड़ा जा सकता है। उसकी भाषिक एवं साहित्यिक क्षमता के प्रति गौरवबोध जगाने की आवश्यकता है एवं हीनता से उबरने की जरूरत है। प्रमुख वक्ता के रूप में आईआईटी खड़गपुर के राजभाषा अधिकारी डॉ. राजीव रावत ने सरकारी कार्यालयों में हिंदी में कामकाज पर जोर दिया। गीतकार श्री हरीलाल मिलन ने हिंदी की महत्ता पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. प्रेम शंकर त्रिपाठी ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में कवियों साहित्यकार, प्राध्यापक तथा सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिंस्सा लिया। प्रतिनिधि
वृक्ष लगाकर मनाएं जन्मदिन
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में शासकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने सीधी विधायक पं. केदारनाथ शुक्ल के जन्मदिन पर फलदार एवं छायादार वृक्ष लगाकर उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम में श्री केदारनाथ शुक्ल ने भी छात्राओं को वृक्षों के महत्व के बारे में समझाया और कहा कि सबको अपना जन्मदिन वृक्ष लगाकर मनाना चाहिए। इस पहल से हमारी धरती हरी-भरी होगी। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के अनेक कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे।
प्रतिनिधि
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