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द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान द्वारा आत्मसमर्पण करने के 70 वर्ष पूरे होने पर चीन ने विजय दिवस के बहाने दुनिया को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। चीन ने बीजिंग में अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन कर दुनिया को यह बताने की कोशिश की कि वह आर्थिक तौर पर मजबूत राष्ट्र होने के साथ-साथ सैन्य दृष्टि से भी मजबूत है। इस वर्ष मॉस्को में हुई सैन्य परेड के मुकाबले चीन ने गत 3 सितंबर को अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। चीन द्वारा आयोजित विशाल सैन्य परेड में लंबी दूरी की दर्जनों मिसाइलें प्रदर्शित की गईं। विशाल थ्येन आनमेन स्क्वैयर में 'बैलेस्टिक मिसाइलों' टैंकों, जल एवं थल दोनों जगह प्रहार करने में सक्षम वाहनों, ड्रोन और अन्य सैन्य उपकरणों को प्रदर्शित किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के खिलाफ चीन की जीत को जापानी सैन्यवाद को कुचलने वाली एक महान जीत बताया। इस सैन्य परेड में पाकिस्तान और रूस समेत 17 देशों के 1000 विदेशी जवानों ने भाग लिया। करीब 200 लड़ाकू विमानों ने
आसमान में उड़ान भरी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पार्क ग्यून हाय के अलावा संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून और भारत के विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह समेत विश्व के करीब 30 नेताओं ने परेड देखी। इस अवसर पर चीन के राष्ट्रपति ने कहा कि चीन शांतिपूर्ण विकास के मार्ग के प्रति प्रतिबद्ध रहेगा। इस दौरान उन्होंने 23 लाख जवानों वाली मजबूत सेना में तीन लाख सैन्यकर्मियों की कमी करने की घोषणा भी की हालांकि उन्होंने इसके लिए कोई समय सीमा नहीं बताई। शी ने कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान के आक्रमण के खिलाफ चीनी लोगों का प्रतिरोध सबसे पहले शुरू हुआ और सबसे लंबे समय तक चला। उल्लेखनीय है कि चीन ने जापानी आक्रमण के खिलाफ मिली जीत की याद में पहली बार सैन्य परेड आयोजित की। कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच आयोजित इस परेड को चीनी अधिकारियों, नागरिकों और विदेशी मेहमानों समेत 40,000 से अधिक दर्शकों ने देखा। 2400 सदस्यीय सैन्य बैंड और गायक दल ने 'सेफगार्ड द येलो रिवर 'समेत युद्ध के दौरान गाए जाने वाले बहुत से गीतों को प्रस्तुत किया। सैन्य परेड में मुख्य रूप से चीन के 500 से अधिक नवीनतम हथियारों और लगभग 20 विभिन्न मॉडलों के करीब 200 लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन किया गया। चीन द्वारा इस प्रकार सैन्य शक्ति के प्रदर्शन से स्पष्ट है कि वह दुनिया को अपनी मजबूती का भान करना चाहता है। प्रतिनिधि
पाकिस्तान में वरिष्ठ पत्रकार की गोली मारकर हत्या
परमाणु हथियार बनाना बंद नहीं करेगा पाकिस्तान
पाकिस्तान ने और परमाणु हथियार बनाने की धमकी दी है। पाकिस्तान का कहना है कि क्षेत्र में सैन्य असंतुलन को देखते हुए वह परमाणु हथियारों को विकसित करने का काम जारी रखेगा। पाकिस्तान की 'न्यूक्लियर कमांड एंड कंट्रोल अथॉरिटी' द्वारा दिए गए बयान के अनुसार सभी तरह के आक्रमणों से निपटने के लिए परमाणु हथियार जरूरी हैं।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने यह घोषणा ऐसे समय में की है, जबकि भारत के साथ उसके रिश्ते सामान्य नहीं है। पिछले वर्ष से कई बार पाकिस्तान संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुका है। पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान सीमा क्षेत्रों पर हुई गोलीबारी में दोनों देशों के नागरिक मारे जा चुके हैं। प्रतिनिधि
पाकिस्तान में मीडियाकर्मियों पर बढ़ते हमलों के बीच दो नकाबपोश बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के एक प्रमुख पत्रकार की गत 9 सितंबर को उनके घर के बाहर हत्या कर दी। जियो न्यूज और समा टीवी समेत विभिन्न समाचार चैनलों से जुड़े रहे 42 वर्षीय आफताब आलम अपने बच्चों को घर छोड़कर शहर के उत्तरी इलाके की ओर जा रहे थे। तभी रास्ते में मोटर साइकिल पर सवार दो बंदूकधारियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। आलम के सिर, गर्दन और सीने में कई गोलियां लगीं। हमले के बाद दोनों नकाबपोश फरार हो गए। आलम को अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनकी मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि गत 8 सितंबर को बहादुराबाद इलाके में तीन बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के सबसे बड़े मीडिया समूह जियो टेलीविजन नेटवर्क की एक न्यूजवैन पर गोलीबारी की, जिसमें एक वरिष्ठ तकनीकी इंजीनियर की मौत हो गई और ड्राइवर घायल हो गया। पिछले वर्ष दक्षिणी पाकिस्तान के कराची शहर में पाकिस्तान के प्रसिद्ध पत्रकार हामिद मीर पर भी जानलेवा हमला किया गया था। ल्ल
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