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नई दिल्ली स्थित संगत भवन में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सिख संगत ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इसके मुख्य अतिथि थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल के सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्थान का बंटवारा तत्कालीन नेतृत्व का एक काला और कलंकित अध्याय है। आज हमारे पवित्र स्थान श्री ननकाना साहिब, श्री पंजा साहिब, ऋषि पाणिनि और संत झूलेलाल का सिंध प्रदेश, गांधारी का कंधार, शिक्षा का सबसे बड़ा केन्द्र तक्षशिला विश्वविद्यालय, भक्त प्रह्लाद का मुल्तान आदि स्थान पराए देश में हैं। आज हम अपनी अरदास में उनकी सेवा संभाल का अधिकार पुन: वापस लेने के लिए प्रयत्नरत हैं। एक न एक दिन हिन्दुस्थान अखण्ड होकर ही रहेगा। मुख्य वक्ता सरदार गुरचरन सिंह गिल ने अपनी अरदास में किए गए संकल्प को अपने जीवन में ही साकार करने का आह्वान किया। संगत के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) अविनाश जायसवाल ने कहा कि अगर 2500 वर्ष के सतत प्रयास के बाद इस्रायल देश की स्थापना की जा सकती है तो हिन्दुस्थान भी हम सबके प्रयत्नों से अखण्ड होकर रहेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक मनोज शौकीन ने की। -प्रतिनिधि
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