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चुनाव आयोग ने हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है। दोनों राज्यों में 15 अक्तूबर को चुनाव होगा और 19 अक्तूबर को मतगणना के बाद नतीजों की घोषणा की जाएगी। उधर महाराष्ट्र में भाजपा-शिव सेना के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर रस्साकशी बरकरार है, लेकिन जल्द ही इसका समाधान निकाल लिया जाएगा।
चुनाव आयोग द्वारा गत 12 सितंबर को चुनावों की तिथि का ऐलान करने के साथ ही आदर्श चुनाव संहिता लागू कर दी गई। दोनों राज्यों में 20 सितम्बर को अधिसूचना जारी होगी और 27 सितम्बर तक प्रत्याशी नामांकन भर सकेंगे। इसके बाद चुनाव आयोग 29 सितम्बर तक अपनी कार्रवाई पूरी करेगा। प्रत्याशी एक अक्तूबर तक अपने नाम वापस ले सकेंगे।
15 अक्तूबर को हरियाणा की 90 और महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए मतदान होगा। अभी हरियाणा में कांग्रेस, जबकि महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के गठबंधन की सरकार है। हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 27 अक्तूबर , जबकि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 8 नवम्बर तक है। चुनाव आयोग के मुताबिक हरियाणा में 100 फीसद, जबकि महाराष्ट्र में 92 फीसद से अधिक मतदाताओं को फोटो वाले मतदाता पहचानपत्र जारी हो चुके हैं जिनकी मदद से फर्जी मतदाताओं के मतदान करने पर अंकुश लग सकेगा। साथ ही फोटो सहित मतदाता पर्ची मुहैया कराई जाएगी।
हरियाणा में 16158117, जबकि महाराष्ट्र में 82591826 मतदाता हैं। तथा अजजा के लिए हरियाणा में 17 फीसद सीटें अनुसूचित जाति जबकि महाराष्ट्र में 29 अनुसूचित जाति और 25 अनुसूचित जनजाति के लिए सीटें आरक्षित हैं। हरियाणा में 16244, जबकि महाराष्ट्र में 90403 मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे। सभी केन्द्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम)का प्रयोग किया जाएगा। मतदाता ह्यनोटाह्ण का इस्तेमाल भी कर सकेंगे। ल्ल प्रतिनिधि
बरुआ ने की आत्महत्या
असम के पूर्व पुलिस महानिदेशक शंकर बरुआ ने गुवाहाटी में अपने निवास पर गत 17 सितम्बर को स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पश्चिम बंगाल के चर्चित सारदा घोटाले में कथित तौर पर नाम आने से वह अवसाद में चल रहे थे। घटना वाले दिन वह अस्पताल से ही घर लौटे थे। सारदा मीडिया हाउस के एक कर्मचारी द्वारा घोटाले में बरुआ पर आरोप लगाने के बाद उनका नाम सामने आया था। हालांकि सीबीआई का कहना है कि उनसे न तो पूछताछ की गई थी और न ही उन्हें बुलाया गया था। ल्ल प्रतिनिधि
विकलांगों को आरक्षण
सर्वोच्च न्यायालय ने भारतीय प्रशासनिक सेवा सहित देश की सभी सरकारी सेवाओं में विकलांगों के लिए तीन फीसद आरक्षण देने का निर्देश दिया है। इसी के साथ यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यह व्यवस्था उनकी नियुक्ति और प्रोन्नति दोनों में लागू होगी। ल्ल प्रतिनिधि
गंगा की सफाई के लिए 53 करोड़
केन्द्र सरकार गंगा की सफाई के लिए 53 हजार करोड़ रुपए की योजना तैयार कर रही है। ह्यनमामि गंगे ह्णयोजना के तहत 118 कस्बों में सीवर की व्यवस्था की जाएगी।
इस योजना के अनुसार गंगा किनारे1632 ग्र्राम पंचायतों में घर-घर शौचालय तैयार कर खुले में शौच को रोका जा सकेगा। इस पर करीब 1700 करोड़ रु़पए का खर्च आएगा। इसके तहत मुख्य रूप से इलाहबाद, वाराणसी, कानपुर और पटना जैसे शहर आएंगे। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि गंगा के निकटतम शहर और कस्बों में सीवर की व्यवस्था की जाए और शहरों का मल व गंदगी गंगा में जाने से रोकी जा सके। गंगा में रोजाना 500 मिलियन लीटर गंदगी गिरती है।ह्यनमामि गंगेह्ण योजना के तहत ही गंगा और उसकी सहायक नदियों-यमुना, गोमती व रामगंगा पर शोध संसाधनों को बढ़ावा देने के लिए गंगा विश्वविद्यालय बनाया जाएगा।
साल के अंत तक गंगा नॉलेज सेंटर के रूप में इसकी शुरुआत कर दी जाएगी। सरकार ने इसके लिए 45 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया है। इसमें नदी प्रदूषण और जल की गुणवत्ता को लेकर अध्ययन किया जाएगा। यहां पढ़ने वाले छात्रों को नदियों का अध्ययन करने पर डिग्री भी दी जाएगी। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने गंगा पर एक वेबसाइट का भी उद्घाटन किया है। इसके माध्यम से लोग गंगा को स्वच्छ रखने का सुझाव दे सकेंगे।
गंगा प्रदूषित करने वालों पर कार्रवाई : केन्द्र सरकार ने गंगा को प्रदूषित करने वाले 46 उद्योगों को बंद कर दिया है, जबकि 140 को नोटिस जारी किया गया है। केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आगे भी यह अभियान जारी रखा जाएगा और गंगा को प्रदूषित करने वालों पर कार्रवाई होगी। ल्ल प्रतिनिधि
मध्य प्रदेश से फरार सिमी के गुर्गे बिजनौर में बना रहे थे बम
मध्य प्रदेश की जेल से फरार चल रहे सिमी के आतंकी बिजनौर में बम तैयार कर रहे थे। अचानक हुए धमाके से इसका खुलासा तो हो गया, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस की लापरवाही से ये सभी भागने में सफल रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी जांच शुरू कर दी है।
गत 12 सितंबर को बिजनौर के मौहल्ला जाटान में लीलावती के घर में बम बनाते समय यदि विस्फोट न हुआ होता तो आने वाले समय में देश के किसी भी महत्वपूर्ण स्थान पर बड़ी आतंकी घटना होनी निश्चित थी। यह तथ्य भी सामने नहीं आ पाता कि सिमी के आतंकी असलम उर्फ सोहेब, अयूब, शेख महबूब गुड्डू उर्फ मलिक, मोहम्मद एजाजुदीन उर्फ रियाज, मोहम्मद सालिक, जाकिर बदलू आदिल मिर्जा और दाऊद उर्फ अमजद खां, जो कि 11 माह पूर्व एक अक्तूबर, 2013 में मध्य प्रदेश की खंडवा जेल तोड़कर फरार हुए थे, आखिर कहां छिपे हैं।
बिजनौर में इन सभी ने पहचान बदलकर पूरे भरोसे के साथ शरण ली हुई थी। उनके पड़ोसियों, पुलिस एवं खुफिया एजंेसियों में से किसी को उनकी गतिविधियों की भनक तक नहीं लगी। धमाके के बाद आतंकी अपने घायल साथी को लेकर घंटों बिजनौर में उसके उपचार की खातिर सड़कों पर घूमते रहे। डाकखाना चौराहे पर लगे सीसीटीवी में उनकी तस्वीर कैद हो गई। वे विस्फोट में झुलसे आतंकी को एक दुकान से खरीदी चादर से ढककर सुरक्षित ठिकाने पर पहुंच गए। यदि बिजनौर पुलिस सक्रिय होती तो वह बम धमाके की घटना के तुरंत बाद सभी को दबोच सकती थी पर उसने हाथ आए सुनहरे मौके को गंवा दिया।
उत्तर प्रदेश सरकार और उसके आला अधिकारियों ने इतनी बड़ी चूक करने वाले बिजनौर पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। एटीएस के पुलिस महानिरीक्षक राजीव सब्बरवाल ने घंटों बाद बिजनौर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। खास बात यह है कि बम धमाके की घटना के अगले दिन बिजनौर में उपचुनाव था। उसके बावजूद पुलिस चौकसी की धज्जियां उड़ाकर उनका शहर से सुरक्षित निकल जाना पुलिस की लापरवाही की पोल खोलता है। गत 18 सितम्बर को उ. प्र. पुलिस और एटीएस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान सिमी के आतंकियों को भागने में मदद करने के आरोप में रईस अहमद, उसके बेटे अब्दुल्ला और एक अन्य हुस्ना को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ जारी है। ल्ल
इस्लामी साहित्य हुआ बरामद
बिजनौर मेंे छिपे सिमी के आतंकियों ने अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए पांच सौ मीटर की दूरी पर दो मकान किराये पर लिए हुए थे। इस गिरोह में पांच सदस्य तो वे थे जो खंडवा जेल से फरार चल रहे हैं। मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा इन पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित है। इनके एक अन्य साथी की पहचान जाकिर हुसैन उर्फ विक्की के रूप में की गई। ये मेरठ और दिल्ली जाते रहते थे। उनके कमरे से मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर के कस्बा मीरापुर की टिकटें मिलने से स्पष्ट होता है कि वे आराम से मनमाने स्थानों पर स्वतंत्र होकर घूमते थे। उनमें से एक ने पिछले दिनों मेरठ के जगत सिनेमा के पास गेलेक्सी शोरूम से एक लैपटॉप खरीदा था, जो कि विस्फोट स्थल से बरामद किया गया। मौके से पिस्तौल, चाकू, विस्फोटक सामग्री, दो मोबाइल फोन और डाटा कार्ड भी बरामद हुए हैं। मकान से विस्फोटक सामग्री, पाकिस्तान में बनी रोजमर्रा के इस्तेमाल की सामग्री एवं इस्लामी सााहित्य भी बरामद हुआ है। आतंकी फर्जी आईडी के जरिए सिम कार्ड खरीदते थे। ल्ल सुरेंद्र सिंघल
मदरसे-स्कूलों में बलि की अनुमति नहीं
उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने मदरसे, स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षक संस्थानों में पशुओं की बलि दिए जाने की अनुमति देने से इंकार कर दिया। साथ ही न्यायालय ने कहा कि यदि ऐसा करने की अनुमति दे दी गई तो फिर शिक्षण संस्थाएं पशुवधशाला बनकर रह जाएंगी।
न्यायमूर्ति देवी प्रसाद सिंह और न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी की खंडपीठ ने कहा कि स्कूल या कॉलेज शिक्षा देने के लिए हैं। यहां पशुओं की बलि की अनुमति देना उचित नहीं है क्योंकि एक बार यह परंपरा शुरू होने पर दूसरे लोग भी स्कूलों में बलि देने की मांग करेंगे।
न्यायालय ने आगे कहा कि ऐसे मामलों में कानूनी दायरे को लेकर सरकार व प्रशासनिक अधिकारियांे को निर्णय करना चाहिए। इस संबंध में बहराइच की नानापारा तहसील के निवासी मोहम्मद नासिर हुसैन ने उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की थी।
उन्होंने लिखा था कि जिला मजिस्ट्रेट से उन्होंने अपने यहां मदरसे में बकरा, भैंसा व दूसरे पशु काटे जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन जिला मजिस्ट्रेट ने उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दी। ल्ल प्रतिनिधि
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