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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह की लिखी आत्मकथा 'वन लाइफ इज नॉट इनफ' के बाद कांग्रेस में हड़कंप
' किताब में सनसनीखेज खुलासों की भनक पड़ते ही सोनिया और प्रियंका पहुंची थीं मिलने ' दिया परिवार से करीबी संबंधों का हवाला, लेकिन नहीं गली दाल ' गढ़े गए किरदारों की उघड़ी सचाई ' राहुल को था सोनिया की हत्या का डर, इसलिए नहीं बनने दिया प्रधानमंत्री ' राहुल ने सोनिया को सोचने के लिए दिया था 24 घंटे का समय
कभी गांधी परिवार के बेहद करीबी रहे पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री न बनने के कारण का सनसनीखेज खुलासा किया है। एक चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि राहुल गांधी नहीं चाहते थे कि उनकी मां सोनिया गांधी प्रधानमंत्री बनें क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं प्रधानमंत्री बनने पर उनके पिता व दादी की तरह उनकी हत्या भी न कर दी जाए। यही वजह थी कि राहुल ने बेटा होने की दुहाई देते हुए सोनिया को 2004 में प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया। उन्होंने यह भी दावा किया कि सोनिया गांधी की पहुंच सरकारी फाइलों तक थीं। नटवर सिंह ने अपनी आत्मकथा 'वन लाइफ इज नॉट इनफ' में इस बारे में विस्तार से लिखा है। यह किताब शीघ्र बाजार में आने वाली है।
नटवर सिंह ने बताया कि राहुल गांधी ने सोनिया को प्रधानमंत्री पद को लेकर सोचने के लिए 24 घंटे का समय दिया था। आखिरकार सोनिया ने भी राहुल की बात मान ली। उन्होंने यह भी कहा कि गत सात मई को सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी उनसे मिली थीं। उनसे उन्होंने किताब से प्रधानमंत्री नहीं बनने वाली बात को हटाने का अनुरोध किया था। इसके अलावा सोनिया गांधी ने सिंह के साथ हुए व्यवहार के लिए उनसे माफी मांगी थी और उन्हें अपना सबसे करीबी मित्र बताया था। उल्लेखनीय है कि मनमोहन सरकार में विदेश मंत्री रहे नटवर सिंह को 2005 में इराक में 'फूड फॉर ऑयल' घोटाले को लेकर मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। नटवर सिंह को 2006 में पार्टी से निलंबित किया गया था। बताया जा रहा है कि नटवर सिंह अपनी किताब में कांग्रेस, खासकर गांधी परिवार पर कई बड़े खुलासे करने वाले हैं।
किताब लिखकर दूंगी जवाब : सोनिया
कभी गांधी परिवार के बेहद करीबी रहे पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह की किताब के बाजार में आने से पहले मची सियासी हलचल को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी। उन्होंने नटवर सिंह की किताब पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह ऐसे हमलों का जवाब अपनी किताब लिखकर देंगी। सचाई को सबके सामने लाने के लिए वह अपनी किताब लिखेंगी। उन्होंने कहा कि वह इस हमले से कतई आहत नहीं हैं, न ही वह किसी से नाराज हैं। वह इस तरह के आरोपों और हमलों की आदी हो चुकी हैं। उन्होंने पहले अपनी सास इंदिरा गांधी को गोलियों से छलनी होते देखा है। इसके बाद उन्होंने अपने पति की भी जान जाते हुए देखी है।
सच खुला तो बोले 'मौन' मोहन
'निजी बातचीत को कमाई का जरिया नहीं बनाना चाहिए। यह अपने उत्पाद की मार्केटिंग करने का प्रयास है।' मनमोहन सिंह ने यह कहते हुए नटवर सिंह की किताब में लिखी उन बातों को खारिज कर दिया कि प्रधानमंत्री कार्यालय की सभी अहम फाइलें सोनिया गांधी के पास जाती थीं। उन्होंने आगे कहा कि यही काम संजय बारू ने भी किया था।
झूठ नहीं लिखेंगे
पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह कभी कुछ झूठ नहीं लिखेंगे। उन्होंेने जो भी कहा है, उसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
—डी.पी.त्रिपाठी
वरिष्ठ राकांपा नेता
चेहरा हुआ बेनकाब
कांग्रेस का चेहरा अब बेनकाब हो गया है। हम और नरेन्द्र मोदी जी जो कहते थे कि मां-बेटे के हाथों में सत्ता है,वही सच साबित हुआ।
—शाहनवाज हुसैन
वरिष्ठ भाजपा नेता
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