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घूमती दुनिया- पिछले कुछ समय से पाकिस्तान और अफगानिस्तान से खबरें आ रही हैं कि वहां संक्रामक बीमारी पोलियो ने फिर से सिर उठाना शुरू कर दिया है। रोजाना ही पोलियो से ग्रस्त बच्चे अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत सहित अनेक देशों को पोलियो-मुक्त होने की घोषणा की थी। इसका कारण था इन देशों में पोलियो उन्मूलन अभियान का सफल संचालन। लेकिन पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो उन्मूलन के लिए चलाए गए वैश्विक अभियान का जमकर विरोध हुआ था। मजहबी कट्टरवादी और आतंकवादी संगठन लोगों को कहते थे कि अपने बच्चों को पोलियो की दवा मत पिलाना। इससे बच्चे नपंुसक हो जाएंगे। इसके बावजूद कुछ लोगों ने पोलियो की दवा अपने बच्चों को पिलाई थी। ऐसे लोगों का कट्टरवादियों ने सामाजिक बहिष्कार किया था,तो आतंकवादियों ने जान से मारने की धमकी दी थी। पोलियो उन्मूलन अभियान से जुड़े लोगों पर हमले भी किए गए थे। हालांकि भारत में भी कट्टरवादी इस तरह की अफवाह फैलाते थे,लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी से वे लोग अपने उद्देश्यों में सफल नहीं हो पाए। जबकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रशासन इस मामले पर कभी गंभीर नहीं हुआ। इस कारण इन दोनों देशों में पोलियो उन्मूलन अभियान ठीक से नहीं चल पाया था। इसके दुष्परिणाम अब सामने आने लगे हैं। बच्चे पोलियो से ग्रसित हो रहे हैं। जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान से भारत आने वालों के साथ यह बीमारी भारत भी आ सकती है। यदि ऐसा हुआ तो कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद पोलियो-मुक्त हुआ भारत फिर से पोलियो का घर बन सकता है। ल्ल
प्रस्तुति : अरुण कुमार सिंह
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