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मुस्लिम वोटों की खातिर कांग्र्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के जामा मस्जिद के इमाम अहमद बुखारी से मिलने के बाद राजनीति एकदम गरमा गई है। सोनिया ने इमाम से 2 अप्रैल को मुस्लिम वोट नहीं बंटने देने की अपील की थी। इसे लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग से भी कार्रवाई करने की मांग की है। इससे पहले विधानसभा चुनाव में कांगे्रस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी भाजपा को अल्पसंख्यक विरोधी बताकर पार्टी के लिए वोट की अपील कर चुके हैं।
इमाम बुखारी से सोनिया गांधी के मिलने पर भाजपा समेत अन्य दलों ने भी आपत्ति जताई है। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दूसरों पर साम्प्रदायिक होने का आरोप लगाने वाली सोनिया गांधी खुद साम्प्रदायिक राजनीति कर रही हैं। इस संबंध में उन्होंने आचार संहिता उल्लंघन को लेकर चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग भी की है। सपा नेता शाहिद सिद्दिकी ने तो उल्टा इमाम पर ही सवाल खड़े करते हुए टीवी चैनल पर बहस के दौरान यहां तक कहा कि इमाम के कहने पर वोट देता ही कौन है? कांग्रेस तो मुसलमानों का वोटों के लिए इस्तेमाल करती आई है। प्रतिनिधि
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