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इंडियन मुजाहिदीन का षड्यंत्र विफल, बिहार धमाकों का आरोपी भी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की विशेष प्रकोष्ठ और राजस्थान एटीएस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान 23 मार्च को राजस्थान से इंडियन मुजाहिदीन के चार आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया । ये लोकसभा चुनाव से पहले देशभर में धमाके कर दहशत फैलाना चाहते थे। इस अभियान के दौरान पुलिस ने 25 मार्च को नेपाल के पास से भारत में आईएम के प्रमुख तहसीन अख्तर और राजस्थान से तीन अन्य आतंकियों को भी गिरफ्तार कर लिया। अगले कुछ दिनों में और गिरफ्तारियां होने की भी संभावना जतायी जा रही है। चर्चा है कि कुछ आतंकी तो भीड़भाड़ वाले प्रमुख शहरों के इलाकों की रेकी कर चुके थे।
दिल्ली पुलिस की विशेष प्रकोष्ठ ने राजस्थान पुलिस की मदद से सबसे पहले रहमान उर्फ वकास को 23 मार्च की तड़के अजमेर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया, वह मुंबई से आई एक रेल से उतरा था। वकास से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने उसके तीन अन्य सहयोगी मो. महरूफ, मो. वकार अजहर उर्फ हनीफ और साकिब अंसारी उर्फ खालिद को गिरफ्तार कर लिया। ये तीनों आतंकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। जोधपुर से बरामद डायरी में बम बनाने की विधि भी लिखी हुई है। इन सभी के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद मिली जिससे मात्र 20 मिनट में ही करीब 10 से 15 बम आसानी से बनाए जा सकते हैं। इनसे आतंकी मसूद अजहर का एक ऑडियो टेप भी मिला है जिसे सुनाकर आतंकी शिविर में शामिल युवाओं को जोश दिलाया जाता था। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि आतंकी वकास मसूद अजहर के भड़कीले भाषण सुनकर ही आतंकी बना था। उसे वर्ष 2006 में फैसलाबाद स्थित कॉलेज में पढ़ाई के दौरान दोस्तों ने मसूद अजहर का टेप सुनाया था।
सूत्रों के मुताबिक ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद वर्ष 2011 में पाकिस्तान समेत दूसरे देशों में छिपे 50 बडे़ आतंकियों की सूची में वकास का नाम सामने आया था। इस पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 10 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया हुआ था। आईएम के आतंकी यासीन भटकल और असदउल्ला को गिरफ्तार किए जाने के समय वकास का नाम सामने आया था। उस समय वकास फरार हो गया था वकास की दिल्ली पुलिस को जामा मस्जिद के पास विदेशी पर्यटकों की बस पर हमला करने के बाद से ही तलाश थी। वह पाकिस्तान में बैठे रियाज भटकल से सीधा संपर्क था। उसे आतंकी बरकत के घर पर बम तैयार करना था। राजस्थान के पुष्कर-अजमेर सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों को ये आतंकी निशाना बनाने वाले थे।
तहसीन भारत में बना हुआ था आतंकियों का सरगना
बिहार के समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर का रहने वाला आईएम का आतंकी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू देश के विभिन्न हिस्सों में सिलसिलेवार धमाकों के लिए जिहाद छेडे़ हुए था जिसे 25 मार्च को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जाता है कि हैदराबाद, बोधगया और पटना की भाजपा रैली में धमाके के मामले में भी उसकी सुरक्षा एजेंसियों को सरगर्मी से तलाश थी। इस पर भी 10 लाख रुपये का इनाम था। वह आईएम के अलावा सिमी कार्यकर्ताआंे के बीच सक्रिय था। मोनू कई नाम बदल कर रह रहा था और रियाज व इकबाल भटकल का भी करीबी बताया जा रहा है।
साथ ही दिल्ली पुलिस की विशेष प्रकोष्ठ और राजस्थान एटीएस की संयुक्त टीम ने छापेमारी के दौरान फरार हुए आतंकी बरकत, मो. इकबाल और मो. जावेद को गिरफ्तार कर लिया। ल्ल
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