उनमें अनेक असाधारण गुण थे
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अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद के संस्थापक सदस्य रहे स्व. बालेश्वर अग्रवाल के 93वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में गत 17 जुलाई को नई दिल्ली में 'कर्मयोगी बालेश्वर अग्रवाल व्यक्ति और विचार' पुस्तक का लोकार्पण किया गया। स्व. अग्रवाल के व्यक्तित्व और विचारों को लेखों के माध्यम से दर्शाती पुस्तक का लोकार्पण भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री लाल कृष्ण आडवाणी ने किया। मंच पर जनता पार्टी के अध्यक्ष डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी, अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद के अध्यक्ष श्री शशांक, सचिव श्री श्याम परांडे, पुस्तक के सम्पादक श्री नारायण कुमार एवं श्री गोपाल आरोड़ा भी आसीन थे। समारोह का आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद और प्रभात प्रकाशन के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।
पुस्तक का लोकार्पण करते हुए श्री लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा कि पुस्तक पढ़कर हमें स्व. बालेश्वर अग्रवाल के व्यक्तित्व और उनके विचारों की बहुत जानकारी मिलेगी। आपातकाल के दौरान जेल में बिताए प्रसंग को याद करते हुए उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान जेल में बंदियों को जो सबसे अच्छा शब्द लगता था, वह था 'रिलीज। यानी कोई बंदी जेल से रिहा होने वाला होता था। श्री आडवाणी ने हंसते हुए कहा कि तब से मैं किसी 'रिलीज के कार्यक्रम को मना नहीं करता।
श्री आडवाणी ने कहा कि बालेश्वर जी में अनेक असाधारण गुण थे। उनके बारे में जितना कहा जाए उतना कम ही है। सचमुच वे कर्मयोगी थे। उनके मन में व्यक्तिगत आकांक्षा कुछ नहीं थी। उन्होंने सब कुछ देश के लिए किया। पत्रकारिता में भारतीय भाषाओं का विकास हो इसके लिए हिन्दुस्थान समाचार को प्रभावी बनाया। इसके बाद उन्होंने दूसरे देशों में रह रहे भारतीयों को एकजुट करने का काम किया।
डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि अनेकों स्तरीय पत्रकारों से उनके घनिष्ठ संबंध थे। विदेशों में जहां भारतीय बसे हैं, वहां उन्होंने उनसे सम्पर्क स्थापित कर सम्मेलन आयोजित किए। श्री शशांक ने बालेश्वर जी के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि विदेशों में भारतीयों के बीच बालेश्वर जी अच्छा कार्य खड़ा किया है। हमें इसे आगे बढ़ाना होगा। श्री श्याम परांडे ने कहा कि पत्रकारों और विदेशों में रह रहे भारतीयों के साथ बालेश्वर जी के अच्छे संबंध थे। श्री नारायण कुमार ने कहा कि बालेश्वर जी कम शब्दों में निर्णायक बात कहते थे। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संस्कृति को जोड़ने का काम किया। कार्यक्रम में मॉरीशस के उच्चायुक्त डा. आर्य कुमार जगेसर, भूटान के राजदूत मेजर जनरल नामगेल, रा.स्व.संघ के उत्तर क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक डा. बजरंग लाल गुप्त, प्रसिद्ध चिंतक श्री देवेन्द्र स्वरूप, वरिष्ठ पत्रकार श्री राम बहादुर राय सहित राजधानी दिल्ली के प्रबुद्ध नागरिक बड़ी सख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री गोपाल अरोड़ा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन किया सुश्री सुषमा अग्रवाल ने।
पत्रकार मिलन समारोह में 'तिलक' का स्मरण
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 157वीं जयन्ती पर आयोजन
'आजादी हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है, हम इसे लेकर रहेंगे' जैसे तेजस्वी उद्गार कहने वाले क्रान्तिकारी बाल गंगाधर तिलक की 157वीं जयंती के उपलक्ष्य में गत 22 जुलाई को देहरादून (उत्तराखंड) में पत्रकार मिलन समारोह का आयोजन किया गया। विश्व संवाद केन्द्र द्वारा आयोजित इस समारोह में शहर के पत्रकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मेरठ प्रान्त प्रचार प्रमुख श्री अजय ने कहा कि लोकमान्य तिलक जी समरसतावादी क्रान्तिकारी थे। श्री अजय ने आजादी तथा लोकमान्य तिलक जी से जुड़ी कई घटनाओं का वर्णन किया।
कार्यक्रम को श्री शाक्त ध्यानी एवं अध्यक्षता कर रहीं श्रीमती भारती पाण्डेय ने भी संबोधित किया। संचालन श्री गजेंद्र खण्डूरी ने किया तथा विश्व संवाद केन्द्र का परिचय श्री घनश्याम अग्रवाल ने कराया। विश्व संवाद केन्द्र के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र मित्तल ने आभार प्रकट किया।
समारोह में संयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमख श्री कृपाशंकर, क्षेत्र प्रचारक प्रमुख श्री जगदीश, प्रान्त कार्यवाह श्री लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल, महानगर संघचालक श्री गोपाल कृष्ण मित्तल, विभाग प्रचारक श्री भुवन विशेष रूप से उपस्थित थे।
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