पाकिस्तान व बंगलादेश
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सम्मिलित जनगोष्ठी सुरक्षा मंच के तत्वावधान में गत दिनों असम के ग्वालपाड़ा में स्थानीय नागरिकों ने राज्य सरकार और अवैध घुसपैठ के विरुद्ध विरोध प्रर्दशन किया। 100 से अधिक वनवासी बंधु राज्य सरकार और अवैध घुसपैठ के विरुद्ध प्रदर्शन में शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि 12 फरवरी, 2013 को राज्य सरकार ने राभा-होजोंग क्षेत्र में जबरन पंचायत चुनाव कराने की कोशिश की थी, जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इस पर पुलिसिया कार्रवाई में 11 लोगों की मौत हो गई। नाजुक स्थिति का लाभ उठाते हुए घुसपैठियों ने गांव पर हमला बोल दिया जिसमें 7 वनवासियों की हत्या हो गई और 7 ही जला दिए गए। इसी घटना के विरोध में वनवासी बंधुओं ने ग्वालपाड़ा में जिला अधिकारी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही अपनी मांगों का ज्ञापन भी जिला अधिकारी को सौंपा। n प्रतिनिधि
पाकिस्तान व बंगलादेश में
युद्ध अपराधियों के साथ खड़ी जमात–ए–इस्लामी
जमात–ए–इस्लामी, कराची ने बंगलादेश में उन जमात–ए–इस्लामी नेताओं के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए बैत–उल–मुकर्रम मस्जिद से हसन चौक तक विरोध रैली निकाली, जिन्हें अदालतों ने मृत्युदंड और आजीवन कारावास की सजाएं सुनाई हैं
अब, जबकि अंतरराष्ट्रीय युद्ध अपराध ट्रिब्यूनल के माध्यम से बंगलादेश (तत्कालीन पूर्व पाकिस्तान) में नरसंहार में लिप्त लोगों को दंड मिल रहा है, तो बंगलादेश और पाकिस्तान दोनों ही में कट्टर उन्मादी तत्वों में बड़ी ही तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। पाकिस्तानियों को याद रखना चाहिए कि वे अभी भी युद्ध अपराध प्रक्रिया के दायरे से बाहर हैं, क्योंकि इस नरसंहार के प्रमुख अपराधी तो पाकिस्तानी सेना के उस वक्त के अफसर और जवान थे, जिनमें से अधिकतर उन 93 हजार युद्ध बंदियों में शामिल थे जिन्हें 1971 में आजाद हुए बंगलादेश से भारत ने बचा कर निकाला था, वरना बंगलादेशियों पर किए गए अत्याचारों के बदले में वहां के निवासी उनकी हत्या कर देते।
इस मामले में जमात-ए-इस्लामी (जेआई) असली खलनायक है, जिसने इस नरसंहार में अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तानी सेना की मदद की थी तथा उन लोगों की पहचान की थी और उन्हें चुना था, जिन्हें पाकिस्तानी सेना हर हाल में मृत देखना चाहती थी। पाकिस्तानियों ने इस उम्मीद पर कि उन्हें कभी भी किए गए अमानवीय कारनामों के लिए सजा नहीं मिलेगी, हिन्दू महिलाओं को अपमानित किया, उनका बलात्कार किया। लेकिन बंगलादेश में युद्ध अपराधियों पर चलाए जा रहे मुकदमे, उन प्रयासों का पूर्वाभास हैं जो पाकिस्तान में अभी भी जिंदा और खुले घूम रहे अपराधियों को कटघरे में खड़ा करने के लिए किए जा सकते हैं।
डेली टाइम्स के अनुसार जमात-ए-इस्लामी, कराची ने बंगलादेश में उन जमात-ए-इस्लामी नेताओं के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए बैत-उल-मुकर्रम मस्जिद से हसन चौक तक विरोध रैली निकाली, जिन्हें अदालतों ने मृत्युदंड और आजीवन कारावास की सजाएं सुनाई हैं। रैली में भारी तादाद में जमात-ए-इस्लामी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। जमात-ए-इस्लामी प्रमुख सईद मुनव्वर हसन ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि बंगलादेश में सरकार और सत्ताधारी अवामी लीग के खिलाफ एक गृहयुद्ध शुरू हो गया है। मुनव्वर ने कहा कि यह विरोध रैली पाकिस्तान सरकार के खिलाफ भी है और पाकिस्तान सेना के लिए एक चेतावनी है। n अडनी
धर्म की रक्षा के लिए
आगे आने का आह्वान
गत 24 मार्च को दिल्ली में अनेक स्थानों पर हुए विश्व हिन्दू परिषद् के धर्म रक्षा निधि अर्पण कार्यक्रमों में विहिप ने हिन्दू समाज से धर्म की रक्षा के लिए आगे आने का आह्वान किया है।
विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया, महामंत्री श्री चंपत राय, उपाध्यक्ष श्री ओम प्रकाश सिंहल, इन्द्रप्रस्थ विहिप के महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन व संगठन मंत्री श्री करुणा प्रकाश ने इन कार्यक्रमों में राजनीतिज्ञों को चेताते हुए कहा कि हिन्दू मान बिन्दुओं पर हो रहे हमले अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
वक्ताओं ने कहा कि एक ओर तो दिल्ली सरकार संविधान व सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए अपने वार्षिक बजट में हज यात्रा की आर्थिक सहायता दोगुना कर दो करोड़ करती है, वहीं दूसरी ओर देश के गृहमंत्री जेल में बन्द आतंकवादियों व उनके हिमायतियों के प्रति आंसू बहाते हुए उन्हें आजाद करने की वकालत कर हिन्दुओं व भगवा को आतंकवादी कहते हैं।
n प्रतिनिधि
गरीब महिलाओं को 10 हजार का ऋण
सामाजिक संस्था चौपाल ने गत 23 मार्च को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान 300 ऐसे निर्धन परिवारों को 10-10 हजार रुपए का ऋण दिया जिनके घर के खर्च में महिलाओं की भी आर्थिक सहभागिता रहती है। ऋण प्रदान का यह कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में दिल्ली के पीतमपुरा में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी थे, जबकि अध्यक्षता श्री नंदकिशोर गर्ग ने की। इस अवसर रा.स्व.संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री मदनदास, समाजसेवी श्रीमती किरण चौपड़ा सहित बड़ी संख्या में दिल्ली के गणमान्यजन उपस्थित थे। संस्था द्वारा पहले भी करीब 4 हजार महिलाओं को ऋण दिया जा चुका है। संस्था की योजना आगे भी गरीब महिलाओं को ऋण देने की है। n प्रतिनिधि
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