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अब पीछे तक जाएगी, कोल खंड की जांच
सत्ता दल की चाह है, बढ़े और कुछ आंच।
बढ़े और कुछ आंच, आग तेजी से फैले
दिखलाई दें दूजों के भी चेहरे मैले।
कह 'प्रशांत' है इच्छा केवल शोर मचाना
अपने साथ दूसरों को भी चोर बताना।।
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अब पीछे तक जाएगी, कोल खंड की जांच
सत्ता दल की चाह है, बढ़े और कुछ आंच।
बढ़े और कुछ आंच, आग तेजी से फैले
दिखलाई दें दूजों के भी चेहरे मैले।
कह 'प्रशांत' है इच्छा केवल शोर मचाना
अपने साथ दूसरों को भी चोर बताना।।
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