वनवासी, ग्रामवासी तथा शहरवासियों का समन्वय जरूरी-मोहनराव भागवत, सरसंघचालक, रा.स्व.संघ
|
अंतिम पेज
पुणे में राष्ट्रीय स्तर की पहली 'एकलव्य वनवासी खेलकूद प्रतियोगिता' सम्पन्न
–मोहनराव भागवत, सरसंघचालक, रा.स्व.संघ
उद्घाटन समारोह में मलखंभ का रोमांचक प्रदर्शन करते हुए खिलाड़ी
'देश की समुचित प्रगति के लिए हमें अपनी नींव मजबूत करनी होगी। यह काम वनवासी, ग्रामवासी तथा शहरवासियों के परस्पर समन्वय एवं एकजुटता से ही संभव होगा। इसलिए हमें इस बात पर बल देने की आवश्यकता है'। उक्त उद्गार रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने गत दिनों पुणे में सम्पन्न हुई 'एकलव्य खेलकूद प्रतियोगिता' के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित वनवासी खेलकूद प्रतियोगिता में देशभर से आए वनवासी खिलाड़ियों ने भाग लिया। उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों ने मलखंभ, योगचाप आदि का बहुत ही सुंदर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष श्री जगदेवराव उरांव, उपाध्यक्ष श्री जलेश्वर ब्रह्म, महामंत्री श्री गुणवंत कोठारी, भारतीय खो-खो संगठन के महामंत्री श्री सुरेश शर्मा, कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष श्री ललित जैन एवं वनवासी कल्याण आश्रम के प्रांतीय अध्यक्ष श्री लक्ष्मण टोपले भी उपस्थित थे।
श्री भागवत ने आगे कहा कि आज एक ओर जहां भारत वैश्विक महासत्ता बनने की ओर बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर वनवासियों की हालत चिंता का विषय बनी हुई है। इसलिए आज इस बात की जरूरत है कि शहरवासी, ग्रामीण एवं वनवासियों के साथ मिलकर समन्वय के साथ कार्य करें। वर्तमान स्थिति की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज शहरों में शिक्षा है, पर संस्कार एवं संस्कृति कम होती जा रही है। इसके विपरीत बीहड़ वनों में बसे वनवासियों में शिक्षा का प्रमाण कम होने के बावजूद संस्कृति संजोई हुई है। इस बात को हमें ध्यान रखना चाहिए। खेलों में वनवासियों के योगदान की बात करते हुए श्री भागवत ने कहा कि वनवासी क्षेत्र ने भारत को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनेक खिलाड़ी दिए हैं, जिन्होंने कई बार देश का मान बढ़ाया है।
कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष श्री ललित जैन ने वनवासी खिलाड़ियों के राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योगदान एवं वनवासी कल्याण आश्रम के प्रयासों की सराहना करते हुए शहर के व्यवसायी एवं सामाजिक संगठनों से इस कार्य में सहयोग करने का आह्वान किया। श्री जगदेवराव उरांव ने कल्याण आश्रम तथा उसकी उपलब्धियों की जानकारी दी।
प्रतियोगिता में 17 वर्ष तक के आयु वर्ग की खो-खो प्रतियोगिता में महाराष्ट्र के छात्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं 14 साल तक की छात्राओं की खो-खो प्रतियोगिता में जशपुर की छात्राएं प्रथम रहीं। फुटबाल में झारखंड ने तमिलनाडु को 4-2 से हराकर जीत हासिल की। महिलाओं की 3 हजार मीटर दौड़ में महाराष्ट्र की रत्ना कोंडार ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। पुणे से द.बा.आंबुलकर
टिप्पणियाँ