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धन तथा अन्य लोभों के कारण ईसाई तथा मुस्लिम मत में मतांतरित हुए हजारों हिन्दू बंधुओं की गत दिनों शुद्धिकरण के एक बड़े आयोजन में स्वधर्म वापसी हुई।स्वधर्म वापसी तथा शुद्धिकरण का यह भव्य आयोजन सूरत (गुजरात) स्थित अदजन क्षेत्र में महाराष्ट्र के श्री सम्प्रदाय द्वारा किया गया तथा स्वधर्म वापसी हुए बंधु पूर्व-दक्षिण गुजरात के वनवासी क्षेत्रों से थे। कार्यक्रम में लगभग 2000 वनवासी बंधुओं की स्वधर्म वापसी कराई गई तथा सभी को इससे संबंधित प्रमाण पत्र भी दिए गए।वनवासी बंधुओं के शुद्धिकरण का कार्यक्रम श्री सम्प्रदाय के प्रमुख जगद्गुरु रामानंदाचार्य श्री स्वामी नरेन्द्राचार्य महाराज के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। शुद्धिकरण हेतु आयोजन स्थल पर सम्प्रदाय के पुजारी 10 हवन कुण्डों पर मंत्रोच्चार कर रहे थे। सभी बंधुओं की शुद्धि पंचगव्य, भभूत तथा जनेऊ धारण कराकर की गई। इस अवसर पर स्वधर्म वापस हुए बंधुओं ने ईसाइयत को धोखा देने वाला मत बताया।सूरत में पहली बार हुए स्वधर्म वापसी के इतने बड़े आयोजन में गुजरात तथा महाराष्ट्र के पांच हजार से अधिक लोग उपस्थित थे। द प्रतिनिधि38
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