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ज्योतिष महामहोपाध्याय सौ. नीलिमा प्रधान2 से 15 सितम्बर, 2007 तकमेष: (चू,चे,चो,ला,ली,लू,ले,लो,आ)प्रार्थना वही कर सकता है, जिसकी आत्मा शुद्ध हो। अब कठिनाइयों का समय खत्म हो रहा है। श्रावण मास में अपनी प्रगति के लिए अब ईश्वर से प्रार्थना करें। 7,8,9,12 व 13 सितम्बर को तनिक तनाव की संभावना है। श्री गणेश चतुर्थी से उत्साह बढ़ेगा। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।वृषभ: (इ,उ,ए,ओ,वा,वू,वी,वे,वो) बारिश का परिणाम पहले शरीर पर बाद में मन पर होता है। प्रार्थना का परिणाम पहले ह्मदय पर बाद में आत्मा पर होता है। वृषभ राशि व्यक्तियों को अब प्रार्थना करनी है। 2,9,10 व 11 सितम्बर को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, तनाव रहेगा। चुगलखोर लोग दिक्कत पैदा कर सकते हैं। श्री गणेश चतुर्थी के दिन तुलसीपत्र अर्पण कीजिए।मिथुन: (का,की,कू,के,को,की,घ,ड़,छा,हा) जिस प्रकार प्रार्थना आत्मशुद्धि का माध्यम है वैसे आत्मनिरीक्षण कर भी माध्यम है। श्रावण मास ईश्वर प्रार्थना के लिए सर्वोत्तम मास है। साढ़े साती खत्म हुई है, लेकिन चुगलखोर लोग गुप्त तरीके से नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेंगे। 3,4,11,12 व 13 सितम्बर को तनिक तनाव रहेगा। लेकिन अब नए कारोबार की रूपरेखा बनेगी।कर्क: (ही,हू,हे,हो,डा,डे,डी,डू,डो) चाहे वह राजा हो या गरीब किसान, सबसे ज्यादा सुखी वही है, जिसे अपने घर में शांति प्राप्त होती है। साढ़ेसाती का अंतिम ढैय्या चल रहा है। नौकरी में वरिष्ठों की प्रशंसा मिलेगी। व्यवसाय में आशा बंधेगी। 4,5,6, व 7 सितम्बर तथा श्री गणेश चतुर्थी के दिन तनिक तनाव की संभावना है। शांति से काम निपटा लें।सिंह: (मा,मी,मू,मे,मो,ट,टा,टी,टे,टु) हिन्दू संस्कृति आध्यात्मिकता की अमर आधार शिला पर स्थित है। श्रावण मास आध्यात्मिकता की ओर से जाने वाला एक छोटा-सा पथ है। नौकरी-व्यवसाय में आशा बंधेगी। बड़े-बुजुर्ग मदद करेंगे। राजनीतिक क्षेत्र में मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। 7,8,व 9 सितम्बर को यात्रा में चौकन्ने रहें।कन्या: (टो,पा,पी,पु,पे,पो,षा,णा,ठा) उपासना और ईश्वर में दृढ़ विश्वास ही हिन्दू संस्कृति की परम्परा है। इसलिए श्रावण मास में ज्यादातर लोग उपवास तथा ईश्वर की प्रार्थना करते हैं। साढ़ेसाती शुरु हुई है। ईश्वर उपासना आत्मविश्वास बढ़ा सकती है। शांति से काम निपटा लें। 9, 10 व 11 सितम्बर को चुगलखोर लोग दिक्कत पैदा कर सकते हैं। नौकरी-व्यवसाय में तनाव रहेगा।तुला: (रा,री,रू,रे,रो,ता,ती,तू,ते) जो संस्कृति महान होती है वह दूसरों की संस्कृति को भय नहीं देती, जैसे, गंगा दूसरे प्रवाहों को स्वयं में मिलाकर महान तथा पवित्र रहती है, वैसे ही हिन्दू संस्कृति भी महान है। श्रावण मास तुला राशि की आध्यात्मिक शक्ति बढ़ाने वाला है। नौकरी-व्यवसाय, राजनीतिक, सामाजिक क्षेत्र में मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी, आशा बंधेगी। 11, 12 व 13 सितम्बर को शांति बनाए रखिए।वृश्चिक: (तो,ना,नी,नू,ने,नो,या,यी,यू)‚सूर्य व शनि सिंह राशि में भ्रमण कर रहे हैं। गणेश चतुर्थी के दिन तनिक तनाव रहेगा। 4,5,6,7 व 14 15 सितम्बर को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। नौकरी में मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। राजनीतिक क्षेत्र व व्यवसाय में प्रगति होगी। अचल सम्पत्ति के मामले में बड़े-बुजुर्ग मदद करेंगे।धनु: (ये,यो,भा,भी,भू,धा,फा,ढा,भे) मंगल शत्रु स्थान में भ्रमण कर रहा है। रवि, शनि भाग्य स्थान में भ्रमण कर रहे हैं। अब आत्मविश्वास बढ़ेगा। नौकरी में वरिष्ठों का शाबाशी मिलेगी। राजनीतिक, सामाजिक क्षेत्र में मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। 3,4,7, 8 व सितम्बर को यात्रा में चौकन्ने रहें। तनिक तनाव की संभावना है।मकर: (भो,जा,जी,खी,खू,खे,खो,गा,गी) सूर्य, शनि अष्टम स्थान में भ्रमण कर रहे हैं। नौकरी में चुगलखोर लोग दिक्कत पैदा कर सकते हैं। राजीतिक-सामाजिक क्षेत्र में मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी, लेकिन चौकन्ने रहें। व्यवसाय में आप दृढ़ निश्चय से काम करें तो अकेले रहकर भी बहुत कुछ कर सकते हैं। 4,6,7,9,10 व 11 को तनाव रहेगा।कुंभ: (गू,गे,गो,सा,सी,सू,से,सो,दा) कुंभ राशि व्यक्तियों को अब ग्रहों का साथ मिल रहा है। नौकरी-व्यवसाय- राजनीतिक क्षेत्र, सभी में अब प्रगति होती रहेगी। व्यवसाय में आशा बंधेगी। 3,4,1112, 13 सितम्बर को यात्रा में चौकन्ने रहें। गलत लगने वाला काम किसी के भी आग्रह पर न करें।मीन: (दी,दू,झा,ञा,था,दे,दो,चा,ची) शनि, रवि शत्रु स्थान में भ्रमण कर रहे हैं। 4,5,6,7,9 व 14 सितम्बर को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। तनिक तनाव की भी संभावना है। कला, खेल क्षेत्र के लोगों के लिए चुगलखोर दिक्कत पैदा कर सकते हैं। गणेश चतुर्थी से प्रगति होगी। नए कारोबार की रूपरेखा बनेगी।25
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