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सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन ने किया वी.वी.पी. ज्ञान केन्द्र का शुभारम्भज्ञान केन्द्र का शुभारम्भ करते हुए श्री सुदर्शन। साथ में हैं (बाएं) श्री धनसुखभाई भण्डारी और (दाएं) श्री प्रवीण भाई मणियारप्राचीन भारतीय ज्ञान-विज्ञान के प्रति गौरव का भाव हो-कुप्.सी. सुदर्शन, सरसंघचालक ,रा.स्व.संघसौराष्ट्र और गुजरात के तकनीकी और गैर तकनीकी पाठक्रमों के छात्रों के पठन-पाठन और ज्ञान अर्जन हेतु वी.वी.पी. अभियांत्रिकी कालेज, राजकोट ने एक ज्ञान केन्द्र की स्थापना की है। गत 17 अप्रैल को रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन ने 12,250 वर्ग फुट क्षेत्र में बने इस वी.वी.पी. ज्ञान केन्द्र का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर रा.स्व.संघ, राजकोट महानगर संघचालक श्री नलिनभाई वासा, राजकोट के महापौर श्री धनसुखभाई भण्डारी, सौराष्ट्र विश्वविद्यालय के कुलपति डा. कमलेशभाई जोशीपुरा, उपकुलपति श्री कल्पकभाई त्रिवेदी, वी.वी.पी. कालेज के अध्यक्ष और रा.स्व.संघ, पश्चिम क्षेत्र के सम्पर्क प्रमुख सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् श्री प्रवीणभाई मणियार, पूर्व सांसद और कालेज के न्यासी श्री ललितभाई मेहता, प्रबंध न्यासी श्री चन्द्रकांतभाई पवगढ़ी, न्यासी श्री कोशीभाई शुक्ला, प्रधानाचार्य प्रो. के.जे. नाथवानी, प्रशासनिक अधिकारी श्री पी.के. दवे, सौराष्ट्र विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी विभाग के डीन श्री साचीभाई पारिख आदि गण्यमान्यजन उपस्थित थे। नवनिर्मित वी.वी.पी. ज्ञान केन्द्र में छात्रों के लिए 30,000 पुस्तकें, विश्वकोष, 145 राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय पत्रिकाएं, 700 से अधिक डी.वी.डी और सी.डी., 25 समाचार पत्रों सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस ज्ञान केन्द्र का शुभारम्भ करते हुए सरसंघचालक श्री सुदर्शन ने कहा कि छात्रों को यह बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि हमारे पास प्राचीन ज्ञान-विज्ञान की धरोहर है। हमारे प्राचीन ज्ञान का प्रयोग सदा ही मानवता की भलाई में किया गया था। भारत के छात्रों को अपने ज्ञान की थाती का गर्व होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान वी.वी.पी. संस्थान की ओर से श्री सुदर्शन को स्मृति चिन्ह अर्पित किया गया जिसमें सौराष्ट्र के प्रतीक सिंह की छोटी सी प्रतिमा बनी हुई थी।उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्कारों में पगे कुछ कार्यकर्ताओं ने दस वर्ष पूर्व राजकोट नागरिक सहकारी बैंक से प्राप्त 3 करोड़ रुपए और चंदे में प्राप्त राशि की मदद से इस अभियांत्रिकी कालेज की स्थापना की थी। प्रतिनिधि12
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