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-सुरेश सोनी, सह सरकार्यवाह, रा.स्व.संघविश्वनाथ जी की अन्तिम यात्रा में सम्मिलित होने पर यह अहसास हुआ कि उनका पुरानी पीढ़ी से लेकर नई पीढ़ी के लोगों तक कितना व्यापक और निकट परिचय था। सभी के मन में मैंने श्रद्धा और आत्मीयता का भाव देखा। इसका कारण यह भी था कि
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