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कठुआ में सरकारी जमीन पर जबरन मुसलमानों को बसाने की कोशिशएक और षडंत्र?-जम्मू से खजुरिया एस. कान्तजम्मू-कश्मीर में एक षडंत्र के अंतर्गत कठुआ जैसे शांतिप्रिय जिले की आबादी का संतुलन बिगाड़ने के लिए गुज्जर मुसलमानों को पंजाब और डोडा से लाकर बसाया जा रहा है। जबकि पिछले साठ वर्ष से राज्य में नागरिकता का अधिकार पाने के लिए पश्चिमी पाकिस्तान से आए हिन्दू शरणार्थियों को अब भी दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। विडम्बना तो यह है कि कांग्रेस पार्टी हिन्दूबहुल क्षेत्रों में एक विशेष समुदाय को सरकारी जमीन पर कब्जा करने के लिए प्रोत्साहित भी कर रही है।उल्लेखनीय है कि गत 3 मई की रात को गंदोह और आसपास से आए लगभग डेढ़ सौ गुज्जर परिवारों ने ऐरवां (कठुआ) में एक सरकारी उद्यान की जमीन पर अपने तंबू गाड़ लिए थे। गुज्जरों द्वारा जबरन कब्जा जमाने के कारण क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। हालात उस समय और बिगड़ गए जब गुज्जरों ने कांग्रेस सांसद चौधरी लाल सिंह पर हमला बोल दिया, लेकिन पुलिस के कारण वह बाल-बाल बच गए। वे गुज्जरों से बातचीत कर वहां तनाव कम करने के लिए गए थे। इस हमले के बाद सांसद के समर्थक गुज्जरों से भिड़ गए। इससे कुछ लोगों को चोटें भी आईं। इस घटना से माहौल एक बार फिर तनावपूर्ण हो गया। स्थिति को देखते हुए जिला पुलिस प्रमुख भी और पुलिस बल लेकर वहां पहुंचे और उन्होंने डेरा जमाए बैठे गुज्जरों को भगा दिया। माहौल शांत करने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं और अश्रुगैस छोड़नी पड़ी।सांसद लाल सिंह ने ऐरवां में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कठुआ जैसे शांतिप्रिय जिले में बाहरी गुज्जरों को यहां लाकर बसाने की साजिश कभी सफल नहीं होने दी जाएगी। इसके पीछे जिन लोगों का हाथ है, उनका पता लगाए जाए। उन्होंने लोगों को ऐसी साजिशों को नाकाम करने के लिए एकजुट होने की अपील की।भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक खजुरिया ने सांसद लाल सिंह की तारीफ के पुल बांधते हुए कहा कि कठुआ में एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा करने के प्रयास को विफल करके उन्होंने प्रशंसनीय काम किया है। लेकिन उन्होंने राज्य सरकार पर भू-माफिया को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हिन्दूबहुल क्षेत्रों में एक विशेष समुदाय को सरकारी जमीन पर कब्जा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।श्री खजुरिया ने कहा कि ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है। उन्होंने कठुआ में सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों को डोडा के विस्थापित होने के दावों को नकारते हुए कहा कि डोडा जिले से अभी तक एक भी मुस्लिम परिवार ने पलायन नहीं किया है। आतंकवाद से पीड़ित हिन्दू परिवारों ने ही समय-समय पर डोडा से पलायन किया है। ऐसे में कुछ लोगों का यह कहना कि जिन लोगों को जमीन पर कब्जा करने से रोका गया वे डोडा के विस्थापित थे, बेबुनियाद है।श्री खजुरिया ने कहा कि जो लोग गुज्जरों को यहां बसाकर हिन्दुओं के साथ छल कर रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। यदि सरकार के पास फालतू जमीन है तो उसे भूमिहीन लोगों को बांटा जाए, लेकिन इस प्रकार से कुछ लोगों द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा करना किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की सरपरस्ती में गुज्जरों ने ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया है उनकी पहचान की जाए और उन्हें जनता के सामने प्रस्तुत किया जाए।37
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