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नगर निगम चुनाव में अकाली दल-भाजपा गठजोड़ सफल-राकेश सैनपंजाब के चार नगर निगमों के लिए सम्पन्न चुनावों में एक बार फिर राज्य की जनता ने अकाली दल (बादल) और भारतीय जनता पार्टी गठजोड़ के प्रति विश्वास व्यक्त किया और कांग्रेस को नकार दिया। चारों नगर निगमों की कुल 250 सीटों पर गठजोड़ को 143 सीटों पर जीत हासिल हुई और कांग्रेस-वामपंथी गठजोड़ को मात्र 59 सीटों पर संतोष करना पड़ा जबकि 44 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीते। कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन इतना निराशाजनक रहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह के पैतृक नगर पटियाला में पार्टी को 50 में से मात्र 4 सीटों पर संतोष करना पड़ा।पटियाला में अकाली दल (बादल) को 32 और भाजपा को 9 सीटें मिलीं। इसी तरह लुधियाना नगर निगम के चुनाव में 75 सीटों में से अकाली दल को 24, भाजपा को 17, कांग्रेस को 15, बसपा को 3 सीटें हासिल हुर्इं। जालंधर में कुल 60 सीटों में भाजपा व कांग्रेस को 19-19, अकाली दल को 14, बसपा को एक सीट हासिल हुई। अमृतसर निगम चुनाव में कुल 65 सीटों में कांग्रेस को 20, भाजपा को 18, अकाली दल को 17 सीटों पर विजय मिली, जबकि 1 सीट भाकपा के खाते में गई। बाकी सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते। भले ही अकाली-भाजपा गठजोड़ ने विधानसभा चुनाव के बाद भी जीत का सिलसिला जारी रखा हो, परन्तु दलीय स्थिति का विश्लेषण किया जाए तो चुनाव परिणाम अकाली दल (बादल) के लिए जहां उत्साहवद्र्धक रहे वहीं भाजपा को और मेहनत करने का संकेत दे गए। कुल 250 सीटों में भाजपा ने 128 सीटों पर चुनाव लड़ कर 59 पर जीत हासिल की और अकाली दल (बादल) ने 122 सीटों में से 84 पर कब्जा जमाया, 59 सीटें कांग्रेस-वाम दल गठजोड़ के खाते में गर्इं। 6 महीने पूर्व ही सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को अमृतसर, जालंधर और लुधियाना क्षेत्रों से जबरदस्त सफलता मिली थी और पार्टी अपने हिस्से की 23 में से 19 सीटें जीतने में सफल रही थी।यह भी उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जिन क्षेत्रों में सफलता हासिल की निगम चुनाव में वैसे प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाई।28
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