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– गोपीनाथ कालभोरहम जो बताते और सिखाते हैंउनकी तरह मुंह नहीं लड़ाते हैं।।वो जो सिखाते और कराते हैंअहसान तक अपना वो जताते हैं।।बात चाहे छोटी हो उसे बढ़ाते हैंभीड़ को जमा कर बताते हैं।।आग लगे तो तेल वो डालतेहम उस आग को बुझाते हैं।।शहरों को घेर-घेर बैठे वोहमें म
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