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विजय दिवस पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने कीभारत विरोधी षड्यंत्रों की चर्चागत दिनों कोलकाता में पूर्व सैनिक सेवा परिषद् एवं फोरम फार इण्टीग्रेटिड नेशनल सिक्योरिटी (एफ.आई.एन.एस.) के संयुक्त तत्वावधान में विजय दिवस मनाया गया। उल्लेखनीय है पूर्व सैनिक सेवा परिषद्, 16 दिसम्बर, 1971 की जीत को “विजय दिवस” के रूप में प्रतिवर्ष मनाती है। प्रान्तीय स्तर के इस कार्यक्रम में “पूर्वोत्तर भारत-विश्व आतंकवाद की नई धुरी” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया था।विचार गोष्ठी में जादवपुर विश्वविद्यालय के रक्षा विषयक शोधार्थी श्री जयन्त मिश्रा ने बताया कि पश्चिम बंगाल के कई क्षेत्रों की मस्जिदों में पर्चे बांटे जा रहे हैं कि 2011 तक असम और प. बंगाल बंगलादेश में मिल जाएंगे।गोष्ठी में भाग लेते हुए कर्नल सव्यसाची बागची ने कहा कि चीन, अमरीका एवं पाकिस्तान हमारे यहां अस्थिरता पैदा कर भारत की प्रगति को खण्डित करना चाहते हैं।इस अवसर पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष मेजर जनरल के.के. गांगुली, महामंत्री डा. विश्रान्त वशिष्ठ तथा “फिन्स” (एफ.आई.एन.एस.) के महामंत्री एम.बी. कर ने भी अपने विचार व्यक्त किए।इससे पूर्व कार्यक्रम में शहीद सैनिकों को श्रद्धाञ्जलि अर्पित की गई। गोष्ठी में सैनिक परिषद एवं “फिन्स” के कई पदाधिकारियों समेत कई पूर्व सैनिक उपस्थित थे।वासुदेव पालNEWS
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