उर्दू अखबारों ने लिखास्वामी जी की गिरफ्तारी"बाबरी ध्वंस" से बड़ी घटना है-शाहिद रहीम11 नवम्बर, 2004 की
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

उर्दू अखबारों ने लिखास्वामी जी की गिरफ्तारी"बाबरी ध्वंस" से बड़ी घटना है-शाहिद रहीम11 नवम्बर, 2004 की

by
Dec 12, 2004, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 12 Dec 2004 00:00:00

उर्दू अखबारों ने लिखास्वामी जी की गिरफ्तारी”बाबरी ध्वंस” से बड़ी घटना है-शाहिद रहीम11 नवम्बर, 2004 की संध्या को कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती की गिरफ्तारी की खबरें मिर्च-मसाले के साथ पाठकों को परोसने में उर्दू अखबार भी किसी से पीछे नहीं हैं। परन्तु दो बातें विशेष तौर पर उभरकर सामने आई हैं एक तो यह कि शंकराचार्य के अस्तित्व की महत्ता के सवाल उठाए जा रहे हैं और उन्हें संविधान के समक्ष आम नागरिक के बराबर माना जा रहा है। दूसरी बात यह है कि उनकी गिरफ्तारी के लिए जयललिता सहित भाजपा को भी दोषी ठहराया जा रहा है। ज्यादातर अखबार स्वामी जी को “धीरेन्द्र ब्राहृचारी” जैसा साधारण और राजनीतिबाज व्यक्ति मानते हैं और यह निश्चित करके बहस कर रहे हैं कि उन्हें गिरफ्तार करने से पहले तमिलनाडु पुलिस ने सौ बार सोचा होगा, परन्तु प्रमाण ठोस थे, इसलिए कानून का पालन करना ही पड़ा। नई दुनिया, दिल्ली के अनुसार, स्वामी जयेन्द्र सरस्वती के कहने पर धर्मान्तरण के खिलाफ कानून बनाने वाली मुख्यमंत्री जयललिता के पास उनके दोषी होने के ठोस प्रमाण मौजूद हैं। यद्यपि यह अखबार राष्ट्रवादी दृष्टिकोण को भी पूरी ईमानदारी से रेखांकित करता है। अखबार ने लिखा है कि 1980 ई. में मीनाक्षीपुरम के हरिजनों ने इस्लाम स्वीकार लिया और मुसलमान बन गए, उन्हें दुबारा हिन्दू बनाने में स्वामी जी ने अपनी तमाम शक्ति झोंक दी। “शक्ति रथम” के नाम से दक्षिण भारत के गांव-गांव की यात्रा की, हरिजनों के लिए “विकास संगठन” और मंदिरों का निर्माण किया और अपने अनुयायिओं को आदेश दिया कि हरिजन मंदिर में नहीं आ सकते तो, हम मंदिर लेकर उनके पास जाएंगे। (21-27 नवम्बर-पृ. 3,4,26)जमायत-ए-इस्लामी, के अद्र्ध-साप्ताहिक अखबार “दावत” ने अपने 25, नवम्बर के संपादकीय में स्वीकार किया है कि “स्वामी जयेन्द्र सरस्वती के” “सामाजिक अस्तित्व” को नकारा नहीं जा सकता, उनका “माननीय” होना भी सभी संदेहों से ऊपर है।”मुम्बई के प्रसिद्ध दैनिक “इन्कलाब” का मत है कि “मंदिरों के न्यास पर कब्जा करने की घिनौनी राजनीति के दौर में कुछ भी संभव है। जयललिता भी यही मानती हैं, और इसीलिए वह अपना प्रभाव जो शंकराचार्य का सहयोग करने के कारण खराब हो गया था उसे बदलने में लग गई हैं।” (21 नवम्बर, पृ.-9)इसी अखबार में इस विषय पर प्रसिद्ध पत्रकार और लेखक “हसन कमाल” की पंक्तियों को जाने बिना “उर्दू मीडिया” का “दष्टिकोण” समझा नहीं जा सकता। “कमाल” का मत है- “हिन्दुस्थान की मजहबी तारीख (धार्मिक-इतिहास) में स्वामी जी की गिरफ्तारी, “बाबरी ध्वंस” से बड़ी घटना है। इससे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद् और हिन्दुत्ववादियों में भूचाल आ गया है।”कोलकाता और दिल्ली से एक साथ प्रकाशित होने वाले दैनिक “अखबार-ए-मश्रिक” ने अपने 24 नवम्बर के सम्पादकीय में एक अलग ही दृष्टिकोण स्थापित किया है कि “हिन्दुस्थान के तमाम राजनीतिक दल इस समय जयललिता के साथ हैं। कांग्रेस, लोक जनशक्ति पार्टी और वामपंथी दलों से लेकर द्रविड़ पार्टियों तक सभी का मानना है कि “कानून” को अपना काम करने की आजादी दी जानी चाहिए, कोई भी व्यक्ति “कानून” से ऊपर नहीं है। जहां तक दक्षिण पंथी दलों का सवाल है तो उन्हें पांच वर्ष की खुली अवधि मिली थी, वे राममंदिर निर्माण की दिशा में कुछ ठोस काम कर सकते थे, पर सच्चाई यह है कि वे कुछ करना ही नहीं चाहते। हालांकि जयललिता ने शंकराचार्य की गिरफ्तारी करवा कर “भाजपा” को करने के लिए काम दे दिया है, वर्ना काम के अभाव में वे आपस में ही लड़ते रहते और “उमा भारती” काण्ड की पुनरावृत्ति होती रहती। अब तो जयललिता से किसी बड़े समझौते के बिना न तो शंकराचार्य की रिहाई संभव है, न भाजपा का राजनीति की मुख्यधारा में आना”। (हिन्दुस्थान समाचार)10

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

Sawan 2025: भगवान शिव जी का आशीर्वाद पाने के लिए शिवलिंग पर जरूर चढ़ाएं ये 7 चीजें

CM Yogi Adityanath

उत्तर प्रदेश में जबरन कन्वर्जन पर सख्त योगी सरकार, दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies