आख्यान
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

आख्यान

by
Jul 11, 2004, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 11 Jul 2004 00:00:00

नरेन्द्र कोहलीसेवा का यशसंध्या कुछ ढली और अंधेरा होने लगा तो एक-एक कर सब लोग अपने-अपने घर चले गए। “काली!” नरेन्द्र! ने पुकारा, “अब तुम भी घर जाओ। हां, रास्ते में गोलाप मां को उनके घर छोड़ते जाओ।””और तुम?” काली ने पूछा, “तुम घर नहीं जाओगे?” नरेन्द्र हंसा, “मैं भी चला गया तो यहां ठाकुर के पास कौन रहेगा-लाटू?”काली मौन खड़ा रह गया: नरेन्द्र ठीक ही कह रहा था। ठाकुर को सारी रात लाटू के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता।”पर तुम तो प्रात: से ही यहां हो, अब सारी रात कैसे जागोगे?” काली ने पूछा। ठाकुर पुकारेंगे तो जाग जाऊंगा, नहीं तो ठाठ से खर्राटे लूंगा। नींद नहीं आई तो कुछ तो कुछ पढ़ लूंगा। परीक्षा की तैयारी हो जाएगी।”काली जानता था कि वास्तविकता यह नहीं है। वह बलराम बसु के घर एक सप्ताह तक ठाकुर के पास रहा था। ठाकुर तो वैसे ही बहुत कम सोते थे और आजकल तो स्वस्थ भी नहीं थे। प्रत्येक घंटे-डेढ़ घंटे के बाद उन्हें किसी-न-किसी वस्तु की आवश्यकता होती ही थी। कोई यह सोचे कि वह रातभर ठाकुर की सेवा भी करेगा और सो भी लेगा तो यह संभव नहीं था।”सारी रात सो नहीं पाओगे।” काली बोला, “और थका हुआ उनींदा आदमी पढ़ाई भी क्या करेगा?””सेवाव्रत लेकर नींद की बात नहीं सोचनी चाहिए।” इस बार नरेन्द्र गंभीरता से बोला, “सेवा तो उपासना है। उपासना के भाव से ही सारी रात जागना चाहिए।”काली थोड़ी देर मन-ही-मन विचार करता रहा और सहसा उसकी मुद्रा बदल गई, “गोलाप मां को उनके घर छोड़कर मैं भी यहीं आ रहा हूं। मैं तुम्हारे साथ रहूंगा। ठाकुर की सेवा का सारा यश तुम अकेले को नहीं दूंगा।””अरे, नहीं! उसकी आवश्यकता नहीं है।””तुम्हें नहीं है, मुझे तो है।” काली ने कहा।नरेन्द्र मुस्कराया, “तो दिन-रात यहीं रहने का विचार है- चौबीसों घंटे?””तुम रहोगे तो मैं भी रहूंगा।” काली ने कहा।”मैं तो रहूंगा ही।” नरेन्द्र मुस्कराया, “मैंने ठाकुर का पूर्ण सेवाकर्म ग्रहण किया है। उनकी चिकित्सा करवाने के लिए एक भी पैसा नहीं दे सकता, तो सेवा तो करनी ही चाहिए न।””हम मिलकर भी तो सेवा कर सकते हैं।””ठीक है।” नरेन्द्र का स्वर गंभीर और आदेशात्मक हो गया, “यहां रहोगे तो मेरा अनुशासन मानना होगा। दिन-रात न जागने दंूगा, न काम करने दूंगा। दिन-रात काम करके बीमार पड़ोगे तो तुम्हारी सेवा कौन करेगा? ठाकुर को देखूंगा या तुम्हें? इसलिए दो घंटे दिन में और दो घंटे रात में तुम ठाकुर की सेवा करोगे। दोपहर को उनके शरीर पर तेल लगाओगे और छत पर ले जाकर धूप में नहलाओगे। स्वीकार?””स्वीकार।””तो जाओ।” नरेन्द्र बोला, “गोलाप मां को उनके घर छोड़ आओ।”28

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

उत्तराखंड में पकड़े गए फर्जी साधु

Operation Kalanemi: ऑपरेशन कालनेमि सिर्फ उत्तराखंड तक ही क्‍यों, छद्म वेषधारी कहीं भी हों पकड़े जाने चाहिए

अशोक गजपति गोवा और अशीम घोष हरियाणा के नये राज्यपाल नियुक्त, कविंदर बने लद्दाख के उपराज्यपाल 

वाराणसी: सभी सार्वजनिक वाहनों पर ड्राइवर को लिखना होगा अपना नाम और मोबाइल नंबर

Sawan 2025: इस बार सावन कितने दिनों का? 30 या 31 नहीं बल्कि 29 दिनों का है , जानिए क्या है वजह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies