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— नरेन्द्र कोहली दुर्योधन-5चीत्कारसा आह्लाद का क्षण था। कर्ण ने द्रौपदी को निर्वस्त्र करने का प्रस्ताव किया था। जिस द्रौपदी को पाने की आकांक्षा उसके मन में मर कर भी नहीं मरी थी, उसका इस प्रकार सार्वजनिक निर्वस्त्र दर्शन… संसार की कोई सुरा इतना मद नहीं
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