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…और शोकाकुल हो गया लोहित घाटगत 23 जनवरी को गुवाहाटी में शुक्लेश्वर घाट पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री कुप्.सी.सुदर्शन ने स्व. भास्कर राव की अस्थियां पवित्र ब्राह्मपुत्र नद में विसर्जित कीं। यह विशेष भावभीना अनुष्ठान वनवासी कल्याण आश्रम, असम द्वारा आयोजित किया गया था। अस्थि विसर्जन के अवसर पर पूजा-अर्चना के बाद उपस्थित कार्यकर्ताओं एवं शुभचिन्तकों ने श्री भास्कर राव को पुष्पाञ्जलि अर्पित कीं। स्व. भास्कर राव अखिल भारतीय कल्याण आश्रम के पूर्व अखिल भारतीय संगठन मंत्री एवं वरिष्ठ संघ प्रचारक थे।स्व. भास्कर राव के अस्थि-विसर्जन के अवसर पर कल्याण आश्रम तथा संघ के वरिष्ठ अधिकारी। मध्य में हैं सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शनउन्होंने प.पू. डा. हेडगेवार के समय उनकी प्रेरणा से प्रचारक जीवन में प्रवेश किया था। गत 12 जनवरी को कोच्ची में 83 वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ था। इस अवसर पर श्री सुदर्शन ने स्व. भास्कर राव को अजातशत्रु एवं धैर्य का प्रतीक बताया तथा अंतिम क्षण तक कार्य के प्रति स्व. राव के समर्पण भाव को अनकुरणीय कहा। स्व. भास्कर राव ने रा.स्व.संघ के प्रचारक के रूप में अपना सार्वजनिक जीवन प्रारम्भ किया था। तत्पश्चात वे कल्याण आश्रम से जुड़े। संघ प्रचार तथा कल्याण आश्रम का कार्य करते हुए स्व. भास्कर राव ने केरल के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में संघ कार्य का विस्तार किया था। पूर्वोत्तर क्षेत्र की जनजातियों से उनका निकट एवं आत्मीय परिचय था।इस अवसर पर रा.स्व.संघ, असम के क्षेत्रीय प्रचारक श्री कृष्ण मोतलग, प्रांतीय व्यवस्था प्रमुख श्री कृष्ण गोयनका, वनवासी कल्याण आश्रम, असम के प्रांतीय अध्यक्ष श्री रामचन्द्र डेका सहित अनेक गण्यमान्यजन उपस्थित थे। द विनोद जैन31
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