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शस्त्र-सज्जित देश में ही शास्त्रों पर चर्चा सम्भव-आचार्य विष्णुकांत शास्त्रीराज्यपाल, उ.प्र.गत 28 जनवरी को कानपुर में छत्रपति साहू जी महाराज वि·श्वविद्यालय द्वारा आयोजित दीक्षान्त समारोह में देश के प्रख्यात परमाणु वैज्ञानिक एवं भारत सरकार के रक्षा सलाहकार पदम् विभूषण डा.राजगोपाल चिदम्बरम को डी.एससी. की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। उन्हें यह उपाधि विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति एवं राज्यपाल आचार्य विष्णुकांत शास्त्री ने प्रदान की। उनके साथ ही वनस्पति वैज्ञानिक डा.मंजू शर्मा को डी.एससी., साहित्यकार श्री गिरिराज किशोर को डी.लिट्. एवं डा.दायसाकू इकेदा को डी.लिट्. की मानद उपाधि प्रदान की गई।वि·श्वविद्यालय प्रांगण में आयोजित दीक्षांत समारोह में वि·श्वविद्यालय के शोध छात्रों व छात्राओं को डाक्टरेट की उपाधियां एवं परीक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पदक प्रदान किए गए।इस अवसर पर आचार्य विष्णुकांत शास्त्री ने कहा कि आज जब देश आतंकवाद की विभीषिका से जूझ रहा है तब ऐसे विद्यार्थी तैयार होने चाहिए जो शस्त्र व शास्त्र में एक साथ निपुण हों। शास्त्रों की चर्चा उसी देश में हो सकती है जो शस्त्रों से सुसज्जित हो। उन्होंने कहा कि देश के छात्रों व छात्राओं को अध्ययन के साथ-साथ सैन्य प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि हमने समाज के ऋण का अनुभव करना छोड़ दिया, इसीलिए भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। हमने अपने जीवन में इस व्यापक समाज से क्या कुछ लिया है इस पर विचार करना चाहिए। जब हमें यह अहसास होगा कि हमारे निर्माण में पूरे समाज का योगदान है, तब हम इस ऋण को चुकाने का प्रयास करेंगे।दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डा.मुरली मनोहर जोशी उपस्थित थे। विश्वविद्यालय के कुलपति डा.सर्वज्ञ सिंह कटियार ने शोधार्थियों को शपथ दिलाई। द प्रतिनिधि23
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