दिंनाक: 06 Feb 2002 00:00:00 |
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अपने जम्मू-कश्मीर दौरे के दौरान प्रधानमंत्री हवाई अड्डे पर उतरते ही सीधे जम्मू के सेना चिकित्सालय गए। वहां उन्होंने 14 मई को कालूचक में हुए फिदायीन हमले के दौरान घायल हुए बच्चों और अन्य लोगों के स्वास्थ्य की कुशल क्षेम पूछी। चिकित्सालय में यह देखकर श्री वाजपेयी अत्यंत भावुक हो गए कि आतंकवादियों ने नवजात शिशुओं तक को नहीं बख्शा। प्रधानमंत्री ने पीड़ित व्यक्तियों तथा उनके सम्बंधियों को भरोसा दिलाया कि अपराधियों को सजा जरूर मिलेगी। चिकित्सालय में कुछ घायल सैन्यकर्मियों ने प्रधानमंत्री से कहा कि वे इस नरसंहार का प्रतिशोध लेने के लिए पाकिस्तान के विरुद्ध लड़ना चाहते हैं।जम्मू में प्रधानमंत्री के प्रवास के दौरान भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस, रा.स्व. संघ, सीमा सुरक्षा बल, सीमावर्ती इलाकों से विस्थापित जन, कश्मीरी विस्थापित और अन्य वर्गों के प्रतिनिधि मंडल श्री वाजपेयी से मिले। सभी ने उनसे कहा कि अब पाकिस्तान के विरुद्ध निर्णायक कदम उठाने चाहिए। प्रतिनिधि मंडल ने राज्य की जनता द्वारा झेली जाने वाली अन्य बहुत सी समस्याओं से भी उन्हें अवगत कराया तथा राज्य विधानसभा के स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए जाने की मांग की। इन लोगों ने सीमावर्ती क्षेत्रों और नियंत्रण रेखा के समीप से विस्थापित लोगों को तुरन्त राहत दिए जाने की भी मांग की।द प्रतिनिधि19
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