बाल जगत
Tuesday, March 21, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम Archive

बाल जगत

Archive Manager by
May 8, 2001, 12:00 am IST
in Archive
Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

दिंनाक: 08 May 2001 00:00:00

बलिदानी चिकित्सकयह बात है फ्रांस देश के एक शहर मार्सेल्स की। इस शहर में एक बार बड़ी भयंकर महामारी का प्रकोप हुआ तथा बहुत से लोग उस महामारी के शिकार होने लगे। चिकित्सक हैरान थे, क्योंकि इस महामारी के कारण की खोज करते-करते वे हार गए थे। अब सिर्फ एक उपाय बाकी था- उस रोग के शिकार होकर मरे किसी व्यक्ति की मृत देह की शल्यक्रिया (चीर-फाड़) तथा उसके अंग-प्रत्यंग की जांच करके यह देखना कि महामारी का उस रोगी के शरीर पर कैसा प्रभाव पड़ता है तथा रोग से प्रभावित व्यक्ति की इतनी शीघ्रता से मृत्यु क्यों हो जाती है। किन्तु प्रश्न यह था कि ऐसी जोखिम भरी परीक्षा करे कौन? किसे अपने प्राणों का भय न था। जो चिकित्सक शल्यक्रिया करता वह उस मृत रोगी की छूत से खुद भी उस रोग का शिकार होकर मौत के मुंह में जा पहुंचता। यह प्रश्न मुंह बांये खड़ा था। तभी एक युवा चिकित्सक, जिसका नाम डा. हेनरी गायन था, आगे आया और बोला- यह परीक्षण मैं करूंगा। आप लोग बिल्कुल चिन्ता न करें। मेरे कोई सगे-सम्बंधी नहीं हैं। मेरे मरने के बाद कोई रोने वाला भी नहीं है। बेहतर है कि मेरी जिन्दगी इस जन-सेवा के काम आ जाए। मरना तो एक दिन होगा ही-कुछ पहले सही। कुछ रुककर उसने फिर कहा, हां, मेरी एक इच्छा है, इस परीक्षण के दौरान मेरी मृत्यु हो जाने के बाद मेरी सम्पत्ति को मार्सेल्स के अस्पताल के कार्यों में व्यय किया जाए। दूसरों के भले के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वाले उस उत्साही चिकित्सक के प्रस्ताव को सुनकर अन्य सब स्तब्ध रह गए। दूसरे दिन हेनरी ने एक कमरे में महामारी से मरे हुए एक रोगी की मृत देह रखी और उसकी शल्यक्रिया प्रारम्भ कर दी। उस शव की शल्यक्रिया तथा जांच करने के दौरान उसे जो जानकारी प्राप्त हुई, उसे वह अपने कागजों पर लिखता गया। साथ ही वह उन कागजों को कीटाणुओं से मुक्त करने के लिए उन्हें पास ही मेज पर रखे रसायन में डुबोकर अलग रखता जाता। इसी तरह वह अपने लिखे उस परीक्षण की सब टिप्पणियों को रसायन में भिगो-भिगोकर एक फाइल में सुरक्षित रख रहा था। अभी उसका यह शोध कार्य पूरा भी नहीं हो पाया था कि तभी उसे घातक महामारी के ज्वर ने आ घेरा। 12 घंटे बीतते-बीतते वह महान त्यागी चिकित्सक संसार से चल बसा। बाद में अन्य चिकित्सकों ने उसके शोध (खोज कार्य) सम्बंधी कागजों को बहुत दिनों तक पढ़-समझकर उस महामारी के बारे में नवीन जानकारी प्राप्त की। परिणामस्वरूप उस भयंकर प्राणघाती महामारी की दवा बनाना संभव हो सका। 275 वर्ष पहले की इस घटना को याद करके आज भी फ्रांसवासी उस बलिदानी चिकित्सक-हेनरी गायन का नाम बड़े गौरव से लेते हैं।।- मानस त्रिपाठीबूझो तो जानेंप्यारे बच्चो! हमें पता है कि तुम होशियार हो, लेकिन कितने? तुम्हारे भरत भैया यह जानना चाहते हैं तो फिर देरी कैसी? झटपट इस पहेली का उत्तर तो दो। भरत भैया हर सप्ताह तुमसे ऐसी ही एक रोचक पहेली पूछेंगे। इस सप्ताह की पहेली है-अंडमान की काल कोठरी को था धन्य बनाया, दो जन्मों की कारा पाकर-तनिक न मन घबराया।थे प्रसिद्ध लेखक-इतिहास विषय के अनुपम ज्ञाता, सुनकर उनके कष्ट-शीश श्रद्धा से खुद झुक जाता।।उत्तर :(वीर सावरकर)12

ShareTweetSendShareSend
Previous News

ये हमले सांप्रदायिक नहीं, राजनीतिक हैं

Next News

अच्छे काम

संबंधित समाचार

हाजी याकूब की मुश्किलें बढ़ीं, प्रशासन ने शुरू की 31 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई

हाजी याकूब की मुश्किलें बढ़ीं, प्रशासन ने शुरू की 31 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई

तिलका मांझी : प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के पहले स्वतंत्रता सेनानी

तिलका मांझी : प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के पहले स्वतंत्रता सेनानी

सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर हमला, अमेरिका ने निंदा कर बताया अस्वीकार्य

सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर हमला, अमेरिका ने निंदा कर बताया अस्वीकार्य

बरेली जेल में साजिश मामले में फरार चल रहे माफिया के गुर्गे लल्ला गद्दी ने आधी रात को बरेली में एसओजी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, कई टीमें उससे पूछताछ में जुटी हैं।

प्रयागराज कांड: बुलडोजर से घबराए सपा नेता लल्ला गद्दी ने बरेली पुलिस के सामने किया सरेंडर

साख के सौदागरों का सच से सामना

साख के सौदागरों का सच से सामना

तिहाड़ से सत्येंद्र जैन का चौथा वीडियो आया सामने

ईडी ने सत्येंद्र जैन की जमानत का किया विरोध, कहा- गवाहों की जान को हो सकता है खतरा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

हाजी याकूब की मुश्किलें बढ़ीं, प्रशासन ने शुरू की 31 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई

हाजी याकूब की मुश्किलें बढ़ीं, प्रशासन ने शुरू की 31 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई

तिलका मांझी : प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के पहले स्वतंत्रता सेनानी

तिलका मांझी : प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के पहले स्वतंत्रता सेनानी

सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर हमला, अमेरिका ने निंदा कर बताया अस्वीकार्य

सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर हमला, अमेरिका ने निंदा कर बताया अस्वीकार्य

बरेली जेल में साजिश मामले में फरार चल रहे माफिया के गुर्गे लल्ला गद्दी ने आधी रात को बरेली में एसओजी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, कई टीमें उससे पूछताछ में जुटी हैं।

प्रयागराज कांड: बुलडोजर से घबराए सपा नेता लल्ला गद्दी ने बरेली पुलिस के सामने किया सरेंडर

साख के सौदागरों का सच से सामना

साख के सौदागरों का सच से सामना

तिहाड़ से सत्येंद्र जैन का चौथा वीडियो आया सामने

ईडी ने सत्येंद्र जैन की जमानत का किया विरोध, कहा- गवाहों की जान को हो सकता है खतरा

श्रद्धा मर्डर केस : नार्को टेस्ट में सब राज उगलेगा आफताब, कोर्ट ने पुलिस को दिए ये आदेश

“आफताब खोज लेगा और मार देगा”, टुकड़ों में काटने की धमकी देता था, कोर्ट में चला श्रद्धा का वीडियो

उमेश पाल हत्याकांड : 5 लाख के इनामी शूटर गुलाम मोहम्मद के घर पर चला बुलडोजर

उमेश पाल हत्याकांड : 5 लाख के इनामी शूटर गुलाम मोहम्मद के घर पर चला बुलडोजर

पूर्व विधायक विजय मिश्रा की 1 करोड़ 84 लाख की संपत्ति कुर्क

बाहुबली विजय मिश्र को 5 साल की सजा

मध्यप्रदेश : बारिश-ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान, चार दिन में आकाशीय बिजली गिरने से 22 की मौत

मध्यप्रदेश : बारिश-ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान, चार दिन में आकाशीय बिजली गिरने से 22 की मौत

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies