दिल्ली पुलिस की साइबर सेल औऱ क्राइम ब्रांच ने फ्रॉड और सेक्सटॉर्शन के जरिए लोगों से लाखों की ठगी करने के मामले में वसीम और जावेद नाम के दो डिजिटल ठगों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह में खालिद नाम का भी एक आरोपी शामिल है।
कैसे होती थी ठगी
आरोपी बड़े ही योजनाबद्ध तरीके से इस ठगी को अंजाम देते थे। पुलिस को दी शिकायत में एक पीड़ित ने बताया कि एक दिन मेरे व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से वीडियो कॉल आई। जैसे ही मैंने इस कॉल को रिसीव किया तो एक अश्लील वीडियो चलने लगी। इसी दौरान सामने वाले ने बड़ी ही चालाकी से स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर ली। इसके बाद वो वीडियो कॉल समाप्त हो गई। एक मिनट बाद वही अश्लील वीडियो ठगों ने मेरे व्हाट्सएप नंबर पर भेजी और खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए 1.5 लाख रुपए की फिरौती मांगी।
उसने कहा कि लड़की नाबालिग है और तुमने उसका यौन शोषण किया है। ये वीडियो इस बात का सबूत है। इसके बाद उस वीडियो के जरिए ब्लैकमेल करते हुए आऱोपी ने 2.5 लाख, 4 लाख और 6 लाख रुपए की फिरौती मांगी। फिर बाद में आरोपी ने एक दिन फोन किया और कहा कि पीड़िता लड़की ने आत्महत्या कर ली है। अब तुम्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। गिरफ्तारी का डर दिखाकर फिर उन लोगों ने मुझसे 14 लाख रुपए और वसूले। लेकिन जब युवक इस वसूली से आजिज आ गया तो उसने पुलिस में इसकी शिकायत पुलिस में की।
मेवात से जुड़े तार
न्यूज-24 की रिपोर्ट के अनुसार, जब पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू तो उन्होंने पैसों के लेन-देन का पता लगाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि ये पैसे राजस्थान में मेवात के किसी अकाउंट में भेजे गए हैं। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मेवात से वसीम औऱ जावेद को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा खालिद नाम का एक अन्य आरोपी भी है, जो अभी फरार है। वही लोगों को व्हाट्सएप कॉल करके उनका वीडियो रिकॉर्ड करता था।
टिप्पणियाँ