देश में समय-समय पर अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के पकड़े जाने की खबरें आती ही रहती हैं। कभी मुंबई तो कभी ठाणे और अब देश की राजधानी दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने एक अभियान के तहत 8 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि राजधानी दिल्ली में रह रहे अवैध अप्रवासियों का वेरिफिकेशन करने के लिए दिल्ली पुलिस की ओर से एक अभियान चलाया गया है। इसी के तहत दक्षिण-पश्चिमी जिले में चलाए गए सत्यापन अभियान के दौरान एक पुरुष और एक महिला के साथ कुल 8 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी को एफआरआरओ के जरिए बांग्लादेश भेज दिया गया है।
इन बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान सिराजुल, फातिमा, आशिमा, जहांगीर, परिना बेगम, जाहिद, अहिद और वाहिद के तौर पर हुई है। इन सभी को दिल्ली के आरके पुरम इलाके से पकड़ने के बाद बांग्लादेश के लिए डिपोर्ट किया गया। ये सभी यहां मजदूरी करते थे। जानकारी के मुताबिक, कुछ दिनों पहले दिल्ली पुलिस को सीक्रेट इनपुट्स मिले थे कि आरके पुरम सेक्टर-2 में स्थित हनुमान मजदूर कैंप में कुछ बांग्लादेशी रह रहे हैं। वो अपने लिए किराए का घर ढूंढ रहा था।
इसके बाद पुलिस ने वेरिफिकेशन अभियान में आठों नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए जाने के बाद पहले तो फिरोज नाम व्यक्ति कुछ बोल ही नहीं रहा था। वो खुद को पश्चिम बंगाल का रहने वला बता रहा था, लेकिन पुलिस के इंटेरोगेशन पर वह टूट गया। उसने बताया कि वे सभी बांग्लादेश के मदारीपुर के रहने वाले हैं। फिरोज के अनुसार, उसके अम्मी-अब्बू 1990 में अवैध तरीके से भारत में घुसे। जंगल के रास्ते से सीमा पार की औऱ फिर एक्सप्रेस ट्रेनों के माध्यम से दिल्ली पहुंचे।
फिरोज ने ये भी बताया कि उसे 2004 में भी बांग्लादेश डिपोर्ट किया गया था, लेकिन वो फिर से भारत आ गया।
टिप्पणियाँ