बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथी मुहम्मद यूनुस की अगुवाई अंतरिम सरकार में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे हैं। लेकिन, फिर भी सरकार इस पर चुप्पी साधे बैठी हुई है। ताजा मामला क्रिसमस का है, जहां बांग्लादेश में क्रिसमस मना रहे अल्पसंख्यक ईसाइयों पर मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया। ईसाइयों के घरों को जला दिया गया।
एक्स हैंडल वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार, ये घटना चटगांव के अंतर्गत आने वाले बंदरबन के लामा उपजिला के सराय यूनियन के तंगझिरी त्रिपुरा पारा की है। जहां क्रिसमस के मौके पर ईसाई समुदाय के लोग चर्च गए हुए थे, जिससे आक्रोशित कट्टरपंथियों ने ईसाइयों पर हमले कर दिए। उनके घरों को जला दिया। शेयर किए गए वीडियो में पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि क्रिसमस के मौके पर वे सभी प्रार्थना के लिए पास के ही चर्च में गए थे, लेकिन, मुस्लिमों ने उनके घरों को जला दिया। बताया गया है कि ईसाइयों के कुल 16 घरों को आग के हवाले कर दिया गया है।
इस सोशल मीडिया पर लोगों ने भी अपने आक्रोश व्यक्त किए। इसी क्रम में टिमिड बोंग नाम के यूजर ने कहा कि भारत में यही अब्राहमिक पंथ के दोनों लोग हिन्दुओं के खिलाफ लड़ रहे हैं। यूरोप, अफ्रीका, बांग्लादेश और अन्य राज्यों में उनकी एकता ऐसी ही है, जहाँ वे एक-दूसरे से लड़ते हैं।
वहीं कौशिक सेन ने बांग्लादेशी ईसाइयों पर हमले को लेकर कहा कि मैं इस घटना पर दुनियाभर के ताकतवर ईसाई मुल्कों की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा हूं।
इसी प्रकार नेशन फर्स्ट नाम के यूजर ने कमेंट किया, “बहुसंख्यक मुसलमान गैर-मुसलमानों के साथ क्या करते हैं इसका उदाहरण… शरिया के अलावा कोई कानून लागू नहीं होता…।”
वहीं सज्जन राज नाम के यूजर कहते हैं कि बांग्लादेश में कोई भी अंतरराष्ट्रीय दबाव काम नहीं कर रहा है। वहां हिन्दुओं और ईसाइयों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है।
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