बांग्लादेश में शेख हसीना वाजेद की सरकार के तख्तापलट के बाद से वहां पर अंतिम सरकार के बनने के बाद देश में चुनाव को लेकर लगातार बाते की जाती रही हैं। लेकिन अब इन बातों और अटकलों पर विराम लगाते हुए अंतरिम सरकार के सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने स्पष्ट किया है कि वहां पर हाल-फिलहाल कोई चुनाव नहीं होने वाले।
सोमवार को मुहम्मद यूनुस ने एक बयान में कहा कि बांग्लादेश में चुनाव 2025 में अथवा 2026 की शुरुआत में हो सकते हैं। इसके साथ ही यूनुस ने ये भी कहा कि मैंने सदा इस बात पर जोर दिया है कि देश में चुनाव कराने से पहले संवैधानिक सुधार (संविधान में बदलाव) किए जाने की आवश्यकता है। उनका आरोप है कि शेख हसीना वाजेद के 15 वर्ष के कार्यकाल के दौरान बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों का हनन किया गया था।
ऐसे में नई सरकार को चुनावी व्यवस्था को अपनाने से पहले पुरानी गलतियों को सुधारने की जरूरत है। मुहम्मद यूनुस ने आरोप लगाया कि शेख हसीना ने अपने राजनीतिक विरोधियों की सामूहिक गिरफ्तारी और उनकी न्यायिक हत्याएं की हैं। उल्लेखनीय है कि पॉञ्चजन्य बांग्लादेश में संविधान बदलने की कवायद को लगातार प्रमुखता के साथ कवर किया है।
जिस लोकतंत्र के हत्या का आरोप अपनी पूर्ववर्ती सरकारों पर लगा रहे हैं। वह खुद भी उसी का अनुसरण कर रहे हैं। संवैधानिक बदलावों के लिए अंतरिम सरकार ने एक ऐप बनाया, जिसमें सियासी दलों और विद्वानों से बदलावों को लेकर उनके सुझाव मांगे गए। लेकिन, साथ ही ये भी स्पष्ट कर दिया कि इन सुझावों में किसी भी रुप में शेख हसीना की पार्टी आवामी दल या फिर उनके सहयोगी दलों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
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