नई दिल्ली । बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ लगातार हो रहे हमलों और संपत्तियों की लूटपाट को लेकर भारत ने अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। हाल ही में बांग्लादेश के चटगांव में हिंदू समुदाय पर हुए हमले के बाद भारत ने बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में कहा कि सोशल मीडिया पर हिंदू धार्मिक संगठनों को निशाना बनाते हुए भड़काऊ पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं। इन पोस्ट के बाद बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों ने हिंदू समुदाय की संपत्तियों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर हमले किए हैं।
चटगांव में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं पर हमले
चटगांव में हालिया घटना में, चरमपंथी तत्वों ने हिंदू समुदाय की संपत्तियों और दुकानों को निशाना बनाकर लूटपाट की। समझा जा रहा है कि इस हमले के पीछे सोशल मीडिया पर शेयर की गई भड़काऊ पोस्ट का हाथ है, जिनका मकसद समुदाय के बीच तनाव और भय का माहौल बनाना है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस प्रकार की घटनाओं को बांग्लादेश की धार्मिक सहिष्णुता के खिलाफ बताते हुए कड़े कदम उठाने की मांग की है।
बांग्लादेश सरकार से भारत की सख्त अपील
रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने बांग्लादेश सरकार से एक बार फिर हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, “भारत एक बार फिर बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और चरमपंथी तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आग्रह करता है।” भारत का मानना है कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाली हिंसा का कड़ा विरोध होना चाहिए और सरकार को ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी
विदेश मंत्रालय ने इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट की निगरानी करने और उनकी रोकथाम करने की जरूरत पर भी जोर दिया है। जायसवाल ने कहा कि चरमपंथी तत्वों की गतिविधियों के कारण समुदाय में असुरक्षा का माहौल बनता है और इसके कारण दोनों देशों के बीच संबंधों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते हमले और सुरक्षा चिंताएं
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों की घटनाएं पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी हैं। धार्मिक असहिष्णुता और कट्टरपंथी तत्वों की सक्रियता के चलते हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है। हाल ही में कई मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए हमले किए गए हैं, जो बांग्लादेश की धार्मिक सहिष्णुता पर गंभीर प्रश्न खड़े करते हैं।
भारत-बांग्लादेश संबंधों पर असर
भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। दोनों देशों के बीच मजबूत रिश्ते बनाए रखना दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे में बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की उम्मीद की जाती है, ताकि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक सहिष्णुता को मजबूती मिले।
सख्त कार्रवाई की आवश्यकता
भारत ने बांग्लादेश से मांग की है कि वह हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने और चरमपंथी तत्वों पर सख्त कार्रवाई करे। चरमपंथी तत्वों द्वारा भड़काऊ पोस्ट और हमलों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। भारतीय विदेश मंत्रालय की यह अपील दोनों देशों के बीच सामरिक संबंधों को मजबूत करने और धार्मिक सहिष्णुता को बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
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