पूर्व सलाहकार इकबाल ने सीधे अमेरिका का नाम लिया। इकबाल शोभन ने कहा कि हसीना का बयान यूं ही नहीं आया है। ये बयान बहुत सोचकर दिया गया है। उनके हिसाब से अमेरिका की कोशिश है कि सरकार के विरुद्ध जो ताकतें हैं उनको हवा देकर दक्षिण एशिय में अपनी पैठ बढ़ाए।
भारत के पड़ोस में बांग्लादेश में इन दिनों एक अलग तरह की राजनीतिक उथलपुथल चल रही है। यह उथलपुथल वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना के एक रहस्योद्घाटन के बाद से ज्यादा बढ़ गई है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा है कि बंगाल की खाड़ी को मध्य में रखकर एक अलग ईसाई देश बनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है और इसके लिए बांग्लादेश का एक हिस्सा अलग करने तक की साजिश तैयार करने की खबर है। हसीना का कहना है कि नया ईसाई देश बनाने के लिए साजिश के अनुसार, बांग्लादेश के अलावा म्यांमार के भी कुछ भाग को काटे जाने का प्लान बनाय जा रहा है।
यह अपने में एक बहुत बड़ा खुलासा है जो बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना ने किया है। इससे उनके देश में ही नहीं, पूरे एशिया में खलबली मच गई है। शेख हसीना ने भले इस साजिश को रचने वाले का नाम न लिया हो, लेकिन उनके सलाहकार रहे इकबाल ने जो बताया है उससे सबकी नजरें अमेरिका की तरफ जा अटकी हैं।
हसीना ने उक्त ‘प्लान’ की तरफ संकेत करते हुए कहा कि उनके सामने पेशकश की गई थी कि बांग्लादेश में एक हवाई अड्डा बनाए जाने की अनुमति दी जाएगी तो वे बिना किसी दिक्कत के अपने देश में चुनाव करा सकते हैं। इतना ही नहीं, हसीना ने यह भी बताया कि बांग्लादेश के साथ ही म्यांमार के भी कुछ भाग को अलग करके वह प्रस्तावित ईसाई देश बनाए जाने की भीतर ही भीतर साजिश रची जा रही है। नए ईसाई देश का केन्द्र बंगाल की खाड़ी को बनाया जाना है।
उल्लेखनीय है कि साल 2002 में पूर्वी तिमोर नाम का एक ईसाई देश बनाया गया था। हसीना ने यह खुलासा गत 23 मई को अवामी लीग की एक बैठक में किया। अपने कार्यकर्ताओं को आगाह करते हुए उन्होंने बताया कि एक अंग्रेज के माध्यम से संदेश भिजवाया गया था कि बांग्लादेश में एक एयरबेस बनाना है। अगर हसीना ऐसा करने देंगी तो उनके राज में कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। हसीना के अनुसार, बहुत से लोगों की बंगाल की खाड़ी तथा हिंद महासागर पर तिरछी नजरें हैं। यह सुनकर कार्यकर्ताओं ने सिर्फ अंदाजा लगाया था कि शायद हसीना का संकेत अमेरिका की तरफ है।
लेकिन पूर्व सलाहकार इकबाल ने सीधे अमेरिका का नाम लिया। इकबाल शोभन ने कहा कि हसीना का बयान यूं ही नहीं आया है। ये बयान बहुत सोचकर दिया गया है। उनके हिसाब से अमेरिका की कोशिश है कि सरकार के विरुद्ध जो ताकतें हैं उनको हवा देकर दक्षिण एशिया में अपनी पैठ बढ़ाए। बाइडन प्रशासन ही है जो म्यांमार में विरोधी ताकतों को शह दे रहा है।
इकबाल ने संकेत दिया है कि अमेरिका की बंगाल की खाड़ी में एक छोटे से द्वीप सेंट मार्टिन पर नजर है। यह द्वीप बांग्लादेश के दक्षिणी छोर का हिस्सा है। यह कॉक्स बाजार-टेकनॉफ प्रायद्वीप के दक्षिण में करीब 9 किमी दूर है। अमेरिका चाहता है कि वह सेंट मार्टिन द्वीप पर नौसैनिक अड्डा जमाए। लेकिन बांग्लादेश इसके विरुद्ध है। यही वजह है कि अमेरिका उक्त साजिश रच रहा है।
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