"नमाज अदा करने के नाम पर दिए वेतन का देना होगा हिसाब" : CAA पर केजरीवाल के बयान से नाराज हुआ संत समाज, कहीं बड़ी बातें
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

“नमाज अदा करने के नाम पर दिए वेतन का देना होगा हिसाब” : CAA पर केजरीवाल के बयान से नाराज हुआ संत समाज, कहीं बड़ी बातें

अरविंद केजरीवाल यह भी बताएं कि दिल्ली में झुग्गी झोपड़ियों में कितने बांग्लादेशियों और रोहंगियायों को उन्होंने पालकर रखा है : स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती

by WEB DESK
Mar 14, 2024, 04:47 pm IST
in भारत, उत्तर प्रदेश
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

वाराणसी । नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विवादास्पद बयान पर काशी के संतों में नाराजगी बढ़ रही है। अखिल भारतीय संत समिति ने बयान की कड़ी निंदा की है। गुरूवार को समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने अरविंद केजरीवाल के बयान को हिंदुओं के लिए बेहद अपमानजनक बताया है। स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिस प्रकार ममता बनर्जी बनर्जी, विजयन, एमके स्टालिन और अरविंद केजरीवाल ने बयानबाजी की है, यह भारत के प्रति इनकी खतरनाक प्रवृति दर्शाता है।

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या धर्म के आधार पर भारत में पहला कानून बना है? इस देश के विभाजन का आधार ही धर्म रहा है। 1947 में जब मुसलमानों ने कहा कि हम हिंदुओं के साथ नहीं रह सकते तब पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे राष्ट्रों के निर्माण हुआ। यह दोनों देश बने तो सेकुलर थे, लेकिन कालांतर में दोनों इस्लामिक राष्ट्र बन गए। जिस प्रकार अरविंद केजरीवाल ने यह कहा कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश, पाकिस्तान के हिंदुओं के आने से भारत में छिनैती, हत्या और बलात्कार की घटनाएं बढ़ेंगी और हमारे बच्चों के रोजगार छीनकर करके उनको दे दिए जाएंगे। हम अरविंद केजरीवाल से पूछना चाहते हैं कि दुनिया भर में कितने हिन्दू, बौद्ध, सिख जैन, अपराध में कितने संलिप्त हैं?

स्वामी जितेन्द्रानंद ने कहा कि भारत के आपराधिक रिकॉर्ड में जेलों में बंद अपराधी किस जाति और धर्म से हैं, अरविंद केजरीवाल को स्पष्ट करना चाहिए। साथ ही जो नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़े वह भी धर्म के आधार पर सार्वजनिक किए जाने चाहिए। जिस प्रकार हिंदू समाज के ऊपर आरोप लगाकर, पूरे दुनिया के हिंदुओं को चोर डकैत और बलात्कारी ठहराने का प्रयास किया गया है, वह घोर निंदनीय है। अरविंद केजरीवाल को नजर नहीं आता क्या कि अफगानिस्तान से किस प्रकार सिख भाई गुरु ग्रंथ साहब को अपने सर पर लेकर भारत आए थे।

स्वामी जीतेंद्रानंद ने कहा कि हम सीएए का विरोध करने वाले सभी मुख्यमंत्रियों से पूछना चाहते हैं कि ननकाना साहब के मुख्य ग्रंथी की बेटी की इज्जत लूट ली गई, क्या उसे सुरक्षा और सम्मान से जीवन व्यतीत करने के लिए भारत की नागरिकता मिलनी चाहिए या नहीं, इस बात का जबाब हां या ना में दें। अरविंद केजरीवाल का बयान उन सिखों और गुरु गोविंद सिंह की गुरु परंपरा का अपमान है। पाकिस्तान से जो हिंदू आएंगे, वे सामान्य हिंदू नहीं हैं।

क्रिकेटर दानिश कनेरिया जैसे हिंदुओं को विदेशों में शरण लेनी पड़ रही है तो वहां के आम गरीब और दलित हिंदुओं की स्थिति का अंदाजा लगाया जाना चाहिए। केजरीवाल का बयान सीधे-सीधे हिंदू दलितों के अधिकारों पर हमला है। केजरीवाल चाहते हैं कि तुम मर जाओ खप जाओ लेकिन तुम्हे भारत में शरण नहीं मिलेगी, अरविन्द केजरीवाल का यह इस्लामिक षड्यन्त्र है। दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिये, रोहिंग्याओं को सुविधा उपलब्ध कराने वाला व्यक्ति हिन्दू शरणार्थियों के प्रश्न पर मौन हो जाता है। पाँच करोड़ घुसपैठियों को बाहर का रास्ता दिखा कर ढाई करोड़ हिन्दुओं के लिये स्थान बनाया जा सकता है।

स्वामी जीतेंद्रानंद ने सवाल उठाए कि अरविंद केजरीवाल यह भी बताएं कि दिल्ली में झुग्गी झोपड़ियों में कितने बांग्लादेशियों और रोहंगियायों को उन्होंने पालकर रखा है। दिल्ली के मस्जिदों में नमाज अदा करने के नाम पर मौलानाओं को दिए जाने वाले वेतन का भी हिसाब देना पड़ेगा अरविंद केजरीवाल को। जिस प्रकार पूरे दुनिया के हिंदुओं के चरित्र को सीएए के बहाने भारत आने पर लांछित करने का प्रयास किया गया है, अखिल भारतीय संत समिति इसकी कठोर शब्दों में निंदा करती है।

उन्होंने कहा कि अब संत गांव-गांव निकलेंगे और इन बातों पर चर्चा करेंगे और अरविंद केजरीवाल जैसे लोगों को घुटने टेकने को मजबूर कर देंगे।

गौरतलब हो कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएए लागू होने पर कहा है कि इस कानून के लागू होने से पाकिस्तान के लोग भारत आएंगे, ये कितना सुरक्षित होगा। चोरी, बलात्करा, डकैती और दंगे बढ़ेंगे। अगर आपके घर के पास पाकिस्तान, बांग्लादेश से लोग आकर झुग्गी बनाकर रहने लगे तो क्या आप पसंद करोगे?

Topics: CAA पर अरविंद केजरीवाल का बयान#hinduस्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वतीDelhi NewsArvind Kejriwal's statement on CAAarvind kejriwalSwami Jitendranand SaraswativhpAKHIL BHARTIY SANT SAMITIsikhVishva Hindu ParishadrefugeesDelhi CMअखिल भारतीय संत समितिCAA protest
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ विश्व हिंदू परिषद का प्रतिनिधिमंडल

कन्वर्जन पर विश्व हिंदू परिषद ने जताई चिंता, कहा- देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा, बने कठोर कानून

स्वामी दीपांकर

1 करोड़ हिंदू एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने की “भिक्षा”

सनातन के पदचिह्न: थाईलैंड में जीवित है हिंदू संस्कृति की विरासत

Swami Dipankar

सावन, सनातन और शिव हमेशा जोड़ते हैं, कांवड़ में सब भोला, जीवन में सब हिंदू क्यों नहीं: स्वामी दीपांकर की अपील

आरोपी मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर

बलरामपुर: धर्म की भूमि पर जिहादी मंसूबों की हार

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

उत्तराखंड में पकड़े गए फर्जी साधु

Operation Kalanemi: ऑपरेशन कालनेमि सिर्फ उत्तराखंड तक ही क्‍यों, छद्म वेषधारी कहीं भी हों पकड़े जाने चाहिए

अशोक गजपति गोवा और अशीम घोष हरियाणा के नये राज्यपाल नियुक्त, कविंदर बने लद्दाख के उपराज्यपाल 

वाराणसी: सभी सार्वजनिक वाहनों पर ड्राइवर को लिखना होगा अपना नाम और मोबाइल नंबर

Sawan 2025: इस बार सावन कितने दिनों का? 30 या 31 नहीं बल्कि 29 दिनों का है , जानिए क्या है वजह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies