हल्द्वानी । बनभूलपुरा क्षेत्र में कट्टरपंथी दंगाइयों ने जो उपद्रव किया वह कोई अप्रत्याशित घटना नहीं थी। दंगाइयों ने इसकी बहुत पहले से तैयारी की हुई थी. वहां पर दंगाइयों ने केवल पथराव ही नहीं किया बल्कि धारधार हथियारों से हमला किया, इसके अलावा दंगाई अवैध तमंचे और कट्टों से भी लगातार फायर कर रहे थे.
टीम पाञ्चजन्य हल्द्वानी में उस जगह पहुंची जो दंगे से प्रभावित थी. वहां रहने वाले कुछ हिन्दुओं ने ऑफ कैमरा हमसे बात की तो उन्होंने बताया कि इस हमले की तैयारी कई दिनों से थी. इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि जिस पानी की बोतल को हम खरीदकर उपयोग के बाद फेंक देते है उस बोतल से इन्होने पैट्रोल बम बनाया हुआ था. दंगाइयों के पास ऐसी बोतलों की भरमार थी, जिसमे दंगाइयों ने पैट्रोल भरकर और रुई का उपयोग कर उसमे आग लगा-लगा कर हिंदू मकानों, प्रतिष्ठानों और पुलिसकर्मियों एवं पत्रकारों को निशाना बनाकर फेंक रहे थे.
कहने को काबड़ की ये बोतले काल बनकर गिर रहीं थीं. पैट्रोल से भरी इन्ही बोतलों के जरिए कट्टरपंथी भीड़ ने पुलिस, पत्रकार और सरकारी अधिकारीयों की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था.
वहीं जब टीम पाञ्चजन्य ने इसी बात को लेकर एक पुलिसकर्मी से बात की तो उन्होंने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि थाने पर जब दंगाई भीड़ ने हमला किया तो पत्थरों के साथ-साथ खाली पानी की बोतलों में पैट्रोल भरकर उसमे आग लगाकर फेंकी गईं और थाने के अन्दर मौजूद लोगों को जिंदा जलाने की कोशिश की गई.
वहीं गौसेवक और पूर्व बजरंग दल पदाधिकारी जोगेंद्र राणा उर्फ जोगी ने बताया कि दंगाइयों की तैयारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कई दिनों से पत्थर इकठ्ठे किए थे जिन्हें पानी की टंकी के अन्दर भर कर रखा था. जिससे अगर ड्रोन या अन्य किसी कैमरे से नजर रखी जाए तो वह दिखाई ना पड़ें.
बता दें कि हल्द्वानी की हिंसा में अबतक 5 लोगों की मौत हो गई जबकि 100 से ज्यादा गाड़ियों को उपद्रवियों ने फूंक दिया था. इसके बाद प्रशासन ने सख्ती करते हुए पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया था. हालांकि आज शनिवार को शांति बहाल होने पर कर्फ्यू में ढील दी गई है.
उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एपी अंशुमान ने कर्फ्यू को लेकर बताया कि बनभूलपुरा और आसपास के क्षेत्रों को छोड़कर हल्द्वानी से कर्फ्यू हटाया जा रहा है. फिलहाल किसी को भी बनभूलपुरा के प्रभावित क्षेत्र में जाने की इजाजत नहीं है. पुलिस द्वारा अराजक तत्वों की तलाश लगातार जारी. हिंसा को लेकर अबतक 3 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं जिसमें 16 लोगों को नामजद किया गया और अब तक 5 की गिरफ्तार की जा चुकी है. फिलहाल सीसीटीवी फुटेज और अन्य कैमरों की फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है.
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