सिमरिया में अर्धकुंभ का ध्वजारोहण, समुद्र मंथन के बाद यहां हुआ था अमृत वितरण
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत बिहार

सिमरिया में अर्धकुंभ का ध्वजारोहण, समुद्र मंथन के बाद यहां हुआ था अमृत वितरण

सिमरियाधाम है आदिकुंभस्थली, स्वामी चिदात्मन जी महाराज की प्रेरणा से कुंभ का पुनर्जागरण

by WEB DESK
Oct 21, 2023, 09:22 pm IST
in बिहार
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बिहार के बेगूसराय स्थित सिमरियाधाम में 12 साल बाद फिर से अर्धकुंभ का ध्वजारोहण हुआ। पावन गंगा नदी के तट पर संत-महात्माओं की उपस्थिति में कुंभ पुनर्जागरण के प्रेरणा पुरुष करपात्री अग्निहोत्री परमहंस स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने अर्धकुंभ का ध्वजारोहण किया‌। गंगा तट पर कुंभ ध्वज, इंद्र ध्वज, हनुमंत ध्वज और राष्ट्रीय ध्वज की विधि-विधान से मंत्रोच्चार के बीच स्थापना की गई। इसके साथ ही अर्धकुंभ की शास्त्रीय विधि से शुरुआत हो गई। अर्धकुंभ कार्तिक पूर्णिमा तक चलेगा। इस बीच तीन पर्व (शाही) स्नान और तीन परिक्रमा का विधान है।

12 वर्ष पूर्व सिमरिया में अर्धकुंभ का आयोजन हुआ था। 12 वर्ष का अंतराल पूर्ण होने पर फिर से अर्धकुंभ का आयोजन किया गया है।कुंभ को भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा प्रारूप मानते हैं। कुंभ का प्रादुर्भाव समुद्र मंथन से जुड़ा है। समुद्र मंथन का उल्लेख लगभग सभी पुराणों में मिलता है। समुद्र को मथने के लिए देवताओं और दानवों ने जिस वासुकी नाग को रस्सी और जिस मंदार पर्वत को मथनी बनाया था वो सिमरिया से 200-250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। साक्ष्यों और प्रमाणों से सिद्ध हुआ कि मिथिलांचल की भूमि ही ऐतिहासिक समुद्र मंथन की केन्द्रीय भूमि रही। सिमरिया ही वह स्थान था, जहां भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप लेकर अमृत का वितरण किया था। इस रूप में सिमरिया की आदिकुंभस्थली के रूप में पुनर्प्रतिष्ठा हुई।

मिथिला पंचांग, विश्वविद्यालय पंचांग (दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय), वैदेही पंचांग और अन्य पंचांगों में सिमरिया कुंभ का उल्लेख हुआ है। 2011 में अर्धकुंभ में सिमरिया में एक अनुमान के अनुसार 90 लाख लोगों ने स्नान किया। 2017 में सिमरिया में महाकुंभ का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। महाकुंभ में एक अनुमान के अनुसार एक करोड़ तीस लाख लोगों ने स्नान किया।‌

बिहार की धरती ऐतिहासिक रही है‌। यहां तीन बार स्वयं शक्ति ने अवतरण लिया। माता सीता के रूप में, माता अहिल्या के रूप में और समुद्र मंथन से लक्ष्मी जी का अवतरण हुआ। वेदों की व्याख्या में लिखे गए षडदर्शन में से चार के प्रवर्तक बिहार की धरती से हुए।‌ विश्व को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वाली धरती भी यही रही। भगवान श्रीराम को रामत्व देने का काम भी इसी धरती ने किया। नालंदा विश्वविद्यालय के रूप में विश्व को ज्ञान का आलोक और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को आंदोलन की भूमि देने का काम भी इसी धरती ने किया।

सिमरिया की आदिकुंभस्थली के रूप में पुनर्प्रतिष्ठा देश के आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण की एक ऐसी ही कड़ी है। कुंभ का पर्व सांस्कृतिक आदान-प्रदान, राष्ट्रीय सुरक्षा, विचार-मंथन, वाणिज्य-व्यापार और सनातन परंपरा की रक्षा का सबसे सुदृढ़ स्तंभ है। सिमरिया अर्धकुंभ के तहत पहला पर्व (शाही ) स्नान 25 अक्टूबर, दूसरा 9 नवंबर और तीसरा पर्व स्नान 23 नवंबर को होना तय हुआ है। इसके साथ ही 31 अक्टूबर, 8 नवंबर और 16 नवंबर को कुंभ पर्व के बीच होने वाली परिक्रमा निश्चित है। अनुमान है कि सिमरिया अर्धकुंभ में लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए आएंगे।

Topics: सिमरिया में अर्धकुंभसिमरिया में ध्वजारोहणFlag hoisting of Ardha KumbhSimariaArdha Kumbh in SimariaFlag hoisting in Simariaअर्धकुंभ का ध्वजारोहणसिमरिया
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

सिमरिया पहुंचे विदेशी सैलानी

सिमरिया पहुंचे विदेशी सैलानियों ने कहा ”धन्य है भारत, अद्भुत है सनातन धर्म”, फ्रांस, जर्मनी, इटली, कनाडा से आए पर्यटक

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies