UP News: क्या मेरठ की जामा मस्जिद बौद्ध मठ थी ? इतिहासकार का दावा, मुगलों ने इसे मस्जिद में बदला
July 24, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

UP News: क्या मेरठ की जामा मस्जिद बौद्ध मठ थी ? इतिहासकार का दावा, मुगलों ने इसे मस्जिद में बदला

मेरठ की जामा मस्जिद को लेकर इतिहासकार के. डी. शर्मा ने दावा किया है कि वो कभी बौद्ध मठ था। जिसे मुगल शासन काल में तुड़वाकर मस्जिद बनवाई गई।

by विशेष संवाददाता
Aug 3, 2023, 01:46 pm IST
in उत्तर प्रदेश
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

मेरठ : काशी ज्ञानवापी, मथुरा ईदगाह और बाबरी मस्जिद मामले के बाद मेरठ की जामा मस्जिद को लेकर इतिहासकार के. डी. शर्मा ने दावा किया है कि वो कभी बौद्ध मठ था। जिसे मुगल शासन काल में तुड़वाकर मस्जिद बनवाई गई।

इतिहास कर शर्मा ने बताया कि मस्जिद के खंबे और दीवारों पर बौद्ध मौर्य कला के चित्र उकेरे हुए हैं और यहां 1875 में आए भूकंप के दौरान यहां खंबे बाहर निकल आए थे जोकि उनके मित्र असलम सैफी के घर में मिले इनका जब मौर्यकाल के प्रतीक चिन्हों से मिलान किया गया तो ये हुबहू वैसे ही मिले। जिससे ये बात पुष्ट होती है कि ये मस्जिद बौद्ध मठ को तोड़कर बनाई गई थी।

शर्मा ने बताया कि 119 साल पहले प्रकाशित ब्रिटिश हुकूमत के गजेटियर के चौथे वॉल्यूम पेज संख्या 273 में भी लिखा हुआ है कि ये घटना हुई थी और ये पहले बौद्ध मंदिर था। जिसे बाद में तोड़ा गया और मस्जिद के रूप में ढाला गया। शर्मा ने बताया कि मठ मंदिर में ही सूर्य, कमल के प्रतीक चिन्ह होते हैं जबकि मस्जिद में चांद तारे होते है। ये पिलर में स्पष्ट दिखाई देते है कि ये मौर्य बुद्धिष्ठ कला है।

उन्होंने दावा किया है कि यदि एएसआई से इसकी जांच करवाई जाए तो हकीकत सामने आ जाएगी, शर्मा कहते हैं कि इसकी मरम्मत भी इसीलिए नहीं करवाई जाती क्योंकि इससे यहां का भेद खुल जाएगा।

उधर, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रहे और शहर काजी जैनुस शाहजुद्दीन का कहना है कि ये शाही मस्जिद दिल्ली के सल्तनत के नसीरुद्दीन महमूद ने बनवाई थी जोकि काजी खानदान  से ताल्लुक रखते थे। ये गजनवी समय के दो सौ साल बाद की है, शाही मस्जिद आठ सौ साल पुरानी है। इस तरह के दावे फिजूल हैं और आपसी सद्भाव को चोट पहुंचाते हैं।

Topics: Mathura Idgahकाशी ज्ञानवापीमेरठ की जामा मस्जिदजामा मस्जिद इतिहासकारबौद्ध मठKashi Gyanvapiमेरठ समाचारJama Masjid of MeerutMeerut NewsJama Masjid Historianउत्तर प्रदेश समाचारBuddhist MathUttar Pradesh Newsमथुरा ईदगाह
Share8TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मौलाना छांगुर

भदोही: मुस्लिम पत्नी और ‘छांगुर गैंग’ ने इस्लाम कबूलने का बनाया दबाव, चाकू की नोंक पर पढ़वाया कलमा

CM Yogi

29.6 लाख करोड़ की ओर बढ़ी यूपी की अर्थव्यवस्था, CM योगी आदित्यनाथ ने बताया आत्मनिर्भरता का मार्ग

शार्प शूटर शाहरुख पठान

मुजफ्फरनगर: मुठभेड़ में ढेर हुआ कुख्यात शार्प शूटर शाहरुख पठान, हत्या और रंगदारी समेत दर्ज थे दर्जनों केस

CM Yogi Adityanath

उत्तर प्रदेश में जबरन कन्वर्जन पर सख्त योगी सरकार, दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही

आरोपी मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर

बलरामपुर: धर्म की भूमि पर जिहादी मंसूबों की हार

Maulana Hafiz

मौलाना हाफिज की गंदी करतूत बेनकाब, कितनी छात्राओं को बनाया हवस का शिकार?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ग्राफिक- शशि मोहन रावत

5 सवाल? आखिर कैसे मौलाना छांगुर हिंदुओं के कन्वर्जन में सफल हुआ- कौन थे मददगार

Punjab Khalistan police

पंजाब में अवैध हथियार तस्करी: अमृतसर पुलिस की कार्रवाई और पाकिस्तान-फ्रांस कनेक्शन

इस वर्ष 4-15 मई तक बिहार में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया गया

खेलो भारत नीति 2025 : खेल बनेंगे विकास के इंजन

Supreme Court

मुंबई ट्रेन ब्लास्ट केस: सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले पर लगाई रोक

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री योगी की मध्यस्थता से वाराणसी में मंदिर-गुरुद्वारा विवाद का अंत

मुस्लिमों के कारण असम की बदलती डेमोग्राफी: CM सरमा बोले-ऐसा ही रहा तो 2041 तक हिन्दू-मुस्लिम हो जाएंगे बराबर

Uttarakhand Gram Panchayat poll

देहरादून: ग्राम पंचायत चुनाव में लौटी गांवों की रौनक, पहले चरण का मतदान आज

हिमाचल में फिर बिगड़ेगा मौसम, 27 से 29 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी, भूस्खलन से सैकड़ों सड़कें बंद

Love Jihad Islamic conversion Sehore

बरेली में लव जिहाद: बख्तावर ने राजवीर बनकर हिंदू लड़की को फंसाया, इस्लामिक कन्वर्जन के बाद देह व्यापार में धकेला

Mohd Nasheed PM Modi

मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद ने की भारत की तारीफ, कहा- बिना मदद अर्थव्यवस्था हो जाती बर्बाद

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies