कम्युनिस्ट चीन में भ्रष्टाचार पर बड़ा कड़ा डंडा चल रहा है। और किसी पर नहीं तो कम्युनिस्ट पार्टी के कैडर पर ही सही। देश में ये अभियान बड़े पैमाने पर चल रहा है। भ्रष्टाचारी कम्युनिस्ट कार्यकर्ता घरों में दुबके डंडा पड़ने का इंतजार कर रहे हैं। इस बात का खुलासा करने वाली रिपोर्ट का कहना है कि बीते तीन महीने में एक लाख से ज्यादा भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई हो चुकी है।
अब तक चीन के भ्रष्टाचार के विरुद्ध चले डंडे की मार 110,000 से ज्यादा कम्युनिस्टों पर पड़ चुकी है। कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा शासित चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग खुद इस भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में दिलचस्पी लेते दिखाई दे रहे हैं। अभी चीन की इस सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी में ऐसे भ्रष्टाचारियों की खोज की जा रही है जिसके लिए उसका अपना एक तरीका है।
यह कहना है इंडो-पैसिफिक सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशंस की एक रिपोर्ट का। यह रिपोर्ट आगे बताती है कि कम्युनिस्ट पार्टी के द्वारा अभी तक जिन कैडर को भ्रष्टाचार का दोषी माना गया है उनमें राज्य स्तर, उप राज्य स्तर, सैन्य आयोग सहित कई मंत्री स्तर तक के अधिकारी शामिल है। कई उप मंत्री भी भ्रष्टाचारी पाए गए हैं।
गत तीन माह में भ्रष्टाचारी पाए गए 111,000 से अधिक लोगों को भ्रष्टाचार के आरोप में जुर्माना भुगतना पड़ेगा। दिलचस्प बात है कि जुर्माने को भुगतने वाले इन भ्रष्टाचारियों में आम कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओं की संख्या 15,000 ही है जबकि देहाती क्षेत्रों और कारोबरियों की संख्या करीब 76,000 है।
इसी रिपोर्ट का दावा है कि गत तीन माह में भ्रष्टाचारी पाए गए 111,000 से अधिक लोगों को भ्रष्टाचार के आरोप में जुर्माना भुगतना पड़ेगा। दिलचस्प बात है कि जुर्माने को भुगतने वाले इन भ्रष्टाचारियों में आम कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओं की संख्या 15,000 ही है जबकि देहाती क्षेत्रों और कारोबरियों की संख्या करीब 76,000 है। उल्लेखनीय है कि ये सारे आंकड़े खुद पार्टी के अनुशासन पर्यवेक्षण के केंद्रीय आयोग के अधिकृत हैंडल तथा चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति द्वारा जारी किए गए हैं। ये आंकड़े हर महीने की भ्रष्टाचार-रोधी रिपोर्ट से लिए जाते हैं।
रिपोर्ट कहती है कि कौन भ्रष्टाचारी है कौन नहीं, इसका पता लोगों से मांगी गई अपीलों और अनुशासन के निरीक्षण तथा पर्यवेक्षण एजेंसियों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर चलता है। इनमें कुल 231,000 शिकायतें तथा आरोप पाए गए थे। जांच के दायरे में आए कई बड़े कम्युनिस्ट अधिकारी मुंह छिपाए फिर रहे हैं। करीब 10,285 लोग बड़े अधिकारी बताए गए हैं जिनके नाम भ्रष्टाचारियों की सूची में हैं।
टिप्पणियाँ