नई दिल्ली। माफिया और पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ दिवंगत डीएम जी कृष्णैया की पत्नी सोमवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं। उन्होंने मामले में जल्द सुनवाई की मांग की। याचिकाकर्ता और जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया की ओर से पेश वकील ने सोमवार को चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष मामले को मेंशन किया, जिसके बाद कोर्ट ने 8 मई को सुनवाई का आदेश दिया।
बिहार के माफिया आनंद मोहन को डीएम जी कृष्णैया की हत्या में दोषी करार दिया गया है। उमा कृष्णैया ने याचिका दायर कर आनंद मोहन की रिहाई को चुनौती दी है। उमा कृष्णैया की ओर से वकील तान्याश्री के जरिये दायर याचिका में आनंद मोहन की रिहाई को रद्द कर उसे फिर से जेल भेजे जाने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि आनंद मोहन की रिहाई सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के विपरीत है। आनंद मोहन की रिहाई का फैसला गलत तथ्यों के आधार पर लिया गया है।
हाल ही में बिहार सरकार ने जेल नियमों में संशोधन किया, जिसके बाद आनंद मोहन की रिहाई हुई। बता दें कि जी कृष्णैया की 5 दिसंबर 1994 को हत्या हुई थी।
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