असम में जनजातीय विद्रोह का अंत, सभी उग्रवादी समूह मुख्यधारा में हुए शामिल
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

असम में जनजातीय विद्रोह का अंत, सभी उग्रवादी समूह मुख्यधारा में हुए शामिल

अंतिम जनजातीय उग्रवादी समूह DNLA ने नई दिल्ली में शांति संधि पर किए हस्ताक्षर

by दिव्य कमल बोरदोलोई
Apr 28, 2023, 02:22 pm IST
in भारत, असम
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का अभिवादन करते डिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी/दिमासा पीपुल्स सुप्रीम काउंसिल के प्रतिनिधि। साथ में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का अभिवादन करते डिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी/दिमासा पीपुल्स सुप्रीम काउंसिल के प्रतिनिधि। साथ में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा।

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

गुवाहाटी। केंद्रीय गृह मंत्री की उपस्थिति में भारत सरकार, असम सरकार और डिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी/दिमासा पीपुल्स सुप्रीम काउंसिल (DNLA/DPSC) के प्रतिनिधियों के बीच नई दिल्ली में एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसके साथ ही अब असम में जनजातीय विद्रोह का भी अंत हो गया है।

असम के सभी जनजातीय विद्रोही समूह पिछले 9 वर्षों में मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने 27 अप्रैल को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में डिमासा उग्रवाद समूह (DNLA) के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद यह बात कही। सीएम शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के आशीर्वाद से और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पहले बोडो, कार्बी, जनजातीय उग्रवादी समूहों के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। 27 अप्रैल को अंतिम जनजातीय विद्रोह समूह DNLA ने भी शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। अब असम में कोई सक्रिय जनजातीय उग्रवादी समूह नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में पूर्वोत्तर के सभी उग्रवादी समूहों को मुख्य धारा में लाने का प्रयास जारी है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में गुरुवार को भारत सरकार, असम सरकार और डिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी/दिमासा पीपुल्स सुप्रीम काउंसिल (DNLA/DPSC) के प्रतिनिधियों के बीच त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता 2024 तक उत्तर-पूर्व को उग्रवाद मुक्त बनाने और एक शांतिपूर्ण और समृद्ध पूर्वोत्तर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। समझौते का उद्देश्य असम के दीमा हसाओ जिले में उग्रवाद को पूरी तरह से समाप्त करना है।

यह समझौता असम के दीमा हसाओ जिले में उग्रवाद को पूर्ण रूप से समाप्त कर देगा। इसके साथ ही अब असम में सशस्त्र समूह नहीं हैं, सभी जनजातीय समूह भारत की विकास प्रक्रिया में मुख्यधारा से जुड़कर अपना योगदान दे रहे हैं।

समझौते के तहत, DNLA के प्रतिनिधियों ने हिंसा छोड़ने, सभी हथियारों और गोला-बारूद को आत्मसमर्पण करने, अपने सशस्त्र समूहों को भंग करने, DNLA कैडरों के कब्जे वाले सभी शिविरों को खाली करने और मुख्यधारा में शामिल होने पर सहमति व्यक्त की है।

NCHAC के साथ-साथ राज्य के अन्य हिस्सों में रहने वाले डिमासा लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए भारत सरकार और असम सरकार द्वारा पांच साल की अवधि में प्रत्येक को 500 करोड़ रुपये का एक विशेष विकास पैकेज भी प्रदान किया जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह समझौता 2024 तक उत्तर-पूर्व को उग्रवाद मुक्त बनाने और शांतिपूर्ण और समृद्ध पूर्वोत्तर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह समझौता उग्रवाद को पूरी तरह समाप्त कर देगा और इसके साथ ही आज असम में जनजातीय सशस्त्र समूह नहीं बचे हैं।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंक मुक्त, हिंसा मुक्त और विकसित पूर्वोत्तर का विजन देश के सामने रखा है और प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में गृह मंत्रालय इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि समझौते के तहत, DNLA के प्रतिनिधियों ने हिंसा छोड़ने, सभी हथियारों और गोला-बारूद को आत्मसमर्पण करने, अपने सशस्त्र संगठन को भंग करने, DNLA कैडरों के कब्जे वाले सभी शिविरों को खाली करने और कानून द्वारा स्थापित शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होने पर सहमति व्यक्त की है। इस समझौते के परिणामस्वरूप, DNLA के 168 से अधिक कैडर हथियार डालकर मुख्य धारा में शामिल हो रहे हैं।

Topics: Assamजनजातीय विद्रोहउग्रवादी समूहडिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मीदिमासा पीपुल्स सुप्रीम काउंसिलअसमअसम शांति समझौताअमित शाहtribal insurgencyAmit Shahinsurgent groupsहिमंत बिस्वा शर्माassam peace accordAssam CMHimanta Biswa Sharmaअसम के सीएम
Share4TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

वर्दीधारी ट्रेनिंग में जितना पसीना बहाएंगे, जीवन में उतना ही कम खून बहेगा : सीएम योगी आदित्यनाथ

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

31 मार्च 2026 तक पूरी तरह से नक्सलवाद मुक्त हो जाएगा भारत : गृहमंत्री अमित शाह

नक्सली, फाइल चित्र

MP में नक्सलियों पर बड़ी कार्रवाई , 4 ढेर, ऑटोमेटिक हथियार, ग्रेनेड और रॉकेट लॉन्चर बरामद

असम CM हिमंत बिस्वा सरमा

धुबरी: हनुमान मंदिर के पास गाय का कटा सिर, सांप्रदायिक तनाव, CM सरमा ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के दिए आदेश

पश्चिमी मीडिया की साजिश: नक्सलियों के बहाने भारत को बदनाम करने का द गार्जियन का कुत्सित खेल

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies