पूर्व राज्यसभा सांसद एवं डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के संस्थापक गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी उनके साथ बदले की भावना से काम नहीं किया। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि ‘मैं मोदी को क्रेडिट देना चाहूंगा। मैंने उनके साथ जो भी किया है, लेकिन वह सद्भावपूर्ण रहे हैं। विपक्ष के नेता के तौर पर सीएए, हिजाब विवाद और आर्टिकल 370 जैसे मसलों पर मैंने उन्हें खूब घेरा था। लेकिन पीएम मोदी ने कभी भी बदले की भावना से काम नहीं किया। उन्होंने एक राजनेता जैसा ही बर्ताव हमेशा किया, कभी उसका बदला नहीं लिया।
जी-23 पर लगे आरोपों का दिया जबाव
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस आरोप पर कि वह और जी-23 के नेता भाजपा के करीबी हैं, कहा कि ऐसा कहने वाले मूर्ख है। अगर G23 भाजपा का प्रवक्ता था तो उसे कांग्रेस ने सांसद क्यों बनाया? उन्हें सांसद, महासचिव और पदाधिकारी क्यों बनाया है? मैं अकेला हूं जिसने पार्टी बनाई है। बाकी लोग अभी वहीं हैं। यह दुर्भावनापूर्ण, अपरिपक्व और बचकाना आरोप है।
राहुल गांधी को बताया कांग्रेस की दुर्गति का कारण
बीते वर्ष गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से रिश्ता तोड़ लिया था और जम्मू-कश्मीर में अपनी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी का गठन कर लिया था। पार्टी छोड़ने के दौरान उन्होंने उन्होंने सोनिया गांधी के नाम पर लिखे अपने इस्तीफे वाले पत्र कांग्रेस की दुर्गति के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार बताते हुए कहा था कि राहुल गांधी ने 2013 में जो अध्यादेश फाड़ा था, उससे उनकी छवि खराब हुई थी। उन्होंने कांग्रेस में चापलूसों को महत्व मिलने और पुराने लोगों को किनारे लगाने का आरोप भी लगाया था।
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