शिरीन कैसे मरी, अमेरिका ने जांच शुरू की, इस्राएल ने सहयोग से इंकार किया
Thursday, February 9, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम विश्व

शिरीन कैसे मरी, अमेरिका ने जांच शुरू की, इस्राएल ने सहयोग से इंकार किया

फिलिस्तीनियों और अल जजीरा चैनल का कहना है कि शिरीन इस्राएल के सैनिकों की तरफ से चली गोलियों का शिकार हुई थीं। लेकिन इस्राएली रक्षा तंत्र इस बात से इंकार करता रहा है। अब अमेरिका ने इस मामले की जांच करने का फैसला लिया है

WEB DESK by WEB DESK
Nov 16, 2022, 02:40 pm IST
in विश्व
शिरीन अबु अकलेह

शिरीन अबु अकलेह

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
https://panchjanya.com/wp-content/uploads/speaker/post-257395.mp3?cb=1668592576.mp3

अल जजीरा की अमेरिकी-फिलिस्तीनी पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की मौत अब अमेरिका और इस्राएल की जांच एजेंसियों में तनाव का बिन्दु बनती जा रही है। गत मई माह में 51 साल की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन रिपोर्टिंग करते हुए वेस्ट बैंक के जेनिन शहर में कथित तौर पर इस्राइल डिफेंस फोर्सेज की गोलियों का शिकार हो गई थीं।

शिरीन की मौत पर फिलिस्तीन में भारी हंगामा हुआ था। लोग सड़कों पर उतर आए थे, पत्रकारों के गुट इस्राएल को लानतें भेज रहे थे। हंगामा खड़ा होने पर इस्राइल ने अपने स्तर पर इस मौत की जांच की और इसमें इस्राएल के सुरक्षाकर्मियों को अनजान साबित किया। लेकिन मामला शांत नहीं हुआ। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोर-शराबा मचा तो अमेरिका भी हरकत में आया। कल अमेरिका के न्याय मंत्रालय की तरफ से अल जजीरा की पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी गई। अमेरिका के इस कदम से इस्राएल को तैश में आना ही था। उसने फौरन इस कदम को अमेरिका की एक ‘बड़ी गलती’ बताते हुए कह दिया कि उनकी तरफ से अमेरिका की इस जांच में किसी तरह का सहयोग नहीं किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि फिलिस्तीनी मूल की, पिछले 25 साल से अल जजीरा की वरिष्ठ पत्रकार रही अबु अकलेह अमेरिकी नागरिक थीं। वह ज्यादातर इस्राएल—फिलिस्तीन तनाव पर रिपोर्टिंग करती थीं। बताया जाता है कि वह गत मई महीने में वेस्ट बैंक के जेनिन शहर में रिपोर्टिंग कर रही थीं, जहां इस्राएल डिफेंस फोर्सेज का छापेमारी अथियान चल रहा था। शिरीन जहां खड़ी थीं वहां से कुछ दूरी पर गोलियां दागे जाने की आवाजें आ रही थीं। फिलिस्तीनियों और अल जजीरा चैनल का कहना है कि शिरीन इस्राएल के सैनिकों की तरफ से चली गोलियों का शिकार हुई थीं। लेकिन इस्राएली रक्षा तंत्र इस बात से इंकार करता रहा है। अब अमेरिका ने दबाव में आकर शिरीन की मौत की जांच करने का फैसला लिया है। इस पर इस्राएल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज का बयान आया है कि शिरीन अबु अकलेह की अफसोसजनक मौत की जांच का अमेरिका का फैसला एक बड़ी भूल है।

बेनी का कहना है कि उनके रक्षा तंत्र ने इस मामले की पेशेवराना तरीके से पूरी जांच की है और इस जांच से जुड़ी प्रत्येक जानकारी अमेरिका के अधिकारियों के साथ साझा की गई है। इस्राएल के रक्षा मंत्री का कहना है कि उन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधियों को स्पष्ट बता दिया है कि उनकी सरकार अपने सैनिकों के साथ है। ऐसे में वे किसी भी तरह ​की बाहरी जांच में मदद नहीं करेंगे। बेनी ने जोर देकर कहा है कि वे इस्राइल के अंदरूनी मामलों में किसी बाहरी दखल को स्वीकार नहीं करेंगे।

अल जजीरा चैनल द्वारा शिरीन की मौत का मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाया गया था। संयुक्त राष्ट्र तक में इस प्रकरण की चर्चा उठाई गई थी। दुनिया भर के पत्रकार संघों ने शिरीन की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग ​की थी। फिलिस्तीन के तो लगभग सभी सामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किए थे। शिरीन के जनाजे में हजारों लोग इकट्ठे हुए थे और उन्होंने इसे ‘हत्या’ बताते हुए इसका दोष इस्राएल के सैनिकों पर मढ़ा था।

Topics: वेस्ट बैंकअल जजीराइस्राएलabuaklehshireeninvestigationusअमेरिकाisraelPalestine
ShareTweetSendShareSend
Previous News

भारत बना जी-20 का अध्यक्ष, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को सौंपा नेतृत्व

Next News

आर्थिक रूप से समृद्ध हो रही हैं हमारी बहन-बेटियां, देश को बना रही हैं सशक्त : राष्ट्रपति

संबंधित समाचार

अब अडानी के हाथ में इस्राएल का हाइफा पोर्ट, नेतन्याहू ने करार को बताया ऐतिहासिक

अब अडानी के हाथ में इस्राएल का हाइफा पोर्ट, नेतन्याहू ने करार को बताया ऐतिहासिक

आबादी 1 प्रतिशत, टैक्स चुकाते हैं 6 प्रतिशत; अमेरिकी भारतीय समुदाय का अनूठा योगदान

आबादी 1 प्रतिशत, टैक्स चुकाते हैं 6 प्रतिशत; अमेरिकी भारतीय समुदाय का अनूठा योगदान

अमेरिका: सोशल मीडिया की लत, बच्चों की बिगाड़ रही आदत

अमेरिका: सोशल मीडिया की लत, बच्चों की बिगाड़ रही आदत

पैगंबर के चित्र से गुस्साए मुस्लिम छात्रों का बढ़ा दबाव तो विश्वविद्यालय ने निकाला प्रोफेसर को

पैगंबर के चित्र से गुस्साए मुस्लिम छात्रों का बढ़ा दबाव तो विश्वविद्यालय ने निकाला प्रोफेसर को

‘हमारे बच्चे समझ लें, गैर मुसलमान दुश्मन हैं’, कनाडा का मौलवी फैला रहा जहर

‘हमारे बच्चे समझ लें, गैर मुसलमान दुश्मन हैं’, कनाडा का मौलवी फैला रहा जहर

मंदी की मार से मचेगा हाहाकार, आईएमएफ मुखिया ने चेताया

मंदी की मार से मचेगा हाहाकार, आईएमएफ मुखिया ने चेताया

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कपड़े से नहीं, बल्कि प्लास्टिक बोतलों से बनी जैकेट पहन कर संसद पहुंचे थे पीएम मोदी

कपड़े से नहीं, बल्कि प्लास्टिक बोतलों से बनी जैकेट पहन कर संसद पहुंचे थे पीएम मोदी

घोटालों और हिंसा का था 2004 से 14 का दशक : प्रधानमंत्री मोदी

घोटालों और हिंसा का था 2004 से 14 का दशक : प्रधानमंत्री मोदी

भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही दुनिया : प्रधानमंत्री मोदी

भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही दुनिया : प्रधानमंत्री मोदी

उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के लिए बनी सोशल मीडिया पॉलिसी, पुलिस कर्मियों के रील बनाने पर लगी रोक

उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के लिए बनी सोशल मीडिया पॉलिसी, पुलिस कर्मियों के रील बनाने पर लगी रोक

अदालत में पहुंचा तेंदुआ ! सीढ़ियों से चढ़कर गया कोर्ट, वकील सिपाही समेत 6 को धर दबोचा, जानिए आगे की कहानी…

अदालत में पहुंचा तेंदुआ ! सीढ़ियों से चढ़कर गया कोर्ट, वकील सिपाही समेत 6 को धर दबोचा, जानिए आगे की कहानी…

रामचरितमानस जलाने वाले

रामचरितमानस जलाने वाले

यूपी में 1200 करोड़ रुपए का निवेश करेगी जेके सीमेंट

यूपी में 1200 करोड़ रुपए का निवेश करेगी जेके सीमेंट

राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने जताई आपत्ति, कहा-जनभावनाओं का सम्मान करें

राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने जताई आपत्ति, कहा-जनभावनाओं का सम्मान करें

ऋषिकेश-भानियावाला अब राष्ट्रीय राज मार्ग का हिस्सा, नितिन गडकरी ने जारी किए एक हजार करोड़

ऋषिकेश-भानियावाला अब राष्ट्रीय राज मार्ग का हिस्सा, नितिन गडकरी ने जारी किए एक हजार करोड़

एक भूला-सा सेनानी’ नाटक का मंचन

एक भूला-सा सेनानी’ नाटक का मंचन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • लव जिहाद
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies