जबरन कन्वर्जन बहुत गंभीर मुद्दा, राष्ट्र की सुरक्षा को करता है प्रभावित : सर्वोच्च न्यायालय
Sunday, February 5, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम भारत

जबरन कन्वर्जन बहुत गंभीर मुद्दा, राष्ट्र की सुरक्षा को करता है प्रभावित : सर्वोच्च न्यायालय

वकील अश्विनी उपाध्याय ने दायर की है याचिका, कहा कि गाजर और छड़ी, काले जादू का उपयोग कर जबरन मतांतरण कराया जाता है। ऐसी घटनाएं पूरे देश में आम हैं।

WEB DESK by WEB DESK
Nov 14, 2022, 08:25 pm IST
in भारत
सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
https://panchjanya.com/wp-content/uploads/speaker/post-257192.mp3?cb=1668437736.mp3

जबरन कन्वर्जन (मतांतरण) से जुड़ी याचिका की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को केंद्र सरकार से कहा कि यह एक बहुत ही गंभीर मामला है। केंद्र द्वारा जबरन मतांतरण को रोकने के लिए गंभीर प्रयास किए जाने चाहिए अन्यथा बहुत मुश्किल स्थिति सामने आएगी। जबरन कन्वर्जन बहुत गंभीर मुद्दा, यह राष्ट्र की सुरक्षा और धर्म की स्वतंत्रता को प्रभावित करता है।

सुप्रीम कोर्ट ने डरा धमका कर, प्रलोभन देकर और काला जादू या अंधविश्वास का सहारा लेकर हो रहे धर्मांतरण को रोकने के लिए कानून लाने की मांग पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। जस्टिस एमआर शाह की अध्यक्षता वाली बेंच ने 22 नवंबर तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई 28 नवंबर को होगी।

भाजपा नेता और वकील अश्विनी उपाध्याय ने दायर याचिका में कहा कि गाजर और छड़ी, काले जादू का उपयोग कर जबरन मतांतरण कराया जाता है। ऐसी घटनाएं पूरे देश में आम हैं। याचिका में कहा गया है कि इस तरह के धर्म परिवर्तन समाज के कमजोर तबके खासकर एससी-एसटी समुदाय से जुड़े लोगों का कराया जाता है।

याचिका में कहा गया है कि जबरन मतांतरण न केवल संविधान की धारा 14, 21 और 25 का उल्लंघन है बल्कि संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। सरकारें इन खतरों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करने में नाकाम रही हैं। अंतरराष्ट्रीय कानूनों में भी प्रावधान है कि राज्य अपने नागरिकों को धर्म की स्वतंत्रता को प्रभावित करने वाले प्रयासों से बचाने के लिए बाध्य है।

 

 

Topics: dangerसुप्रीम कोर्टSupreme Court on conversionवकील अश्विनी उपाध्यायlawyer Ashwini Upadhyayजबरन मतांतरणगंभीर मुद्दाराष्ट्र की सुरक्षाखतराधर्मांतरण पर सुप्रीम कोर्टForced conversionserious issueसर्वोच्च न्यायालयsecurity of the nationSupreme Court
Share38TweetSendShareSend
Previous News

IIT इंदौर का शोध-‘हरे कृष्ण’ महामंत्र के जाप से मन-मस्तिष्क को मिलती है शांति, तनाव होता है कम

Next News

उत्तराखंड से बाहर रहने वाले लोग पहाड़ के लिए योगदान अवश्य करें : डॉ. कृष्ण गोपाल

संबंधित समाचार

‘सख्त निर्णय लेने पर हमें मजबूर न करें’ कॉलेजियम मामले में केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट का कड़ा रुख

‘सख्त निर्णय लेने पर हमें मजबूर न करें’ कॉलेजियम मामले में केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट का कड़ा रुख

सुप्रीम कोर्ट ने धर्म संसद जैसे कार्यक्रमों पर रोक लगाने का आदेश देने से किया इंकार

लक्षद्वीप सरकार ने पूर्व सांसद मोहम्मद फैजल पर हाई कोर्ट के फैसले को दी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती

टूलकिट है बीबीसी

टूलकिट है बीबीसी

राष्ट्रीय सुरक्षा में अध्यात्म की भूमिका

राष्ट्रीय सुरक्षा में अध्यात्म की भूमिका

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम का आईबी इनपुट को सार्वजनिक डोमेन में रखना एक ‘गंभीर मुद्दा’ : रिजिजू

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम का आईबी इनपुट को सार्वजनिक डोमेन में रखना एक ‘गंभीर मुद्दा’ : रिजिजू

सुप्रीम कोर्ट ने धर्म संसद जैसे कार्यक्रमों पर रोक लगाने का आदेश देने से किया इंकार

सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ याचिका, लगाई कड़ी फटकार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता, जनता ही देश की मालिक, खत्म किए जाएंगे अंग्रेजों के समय के कानून : किरेन रिजिजू

कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता, जनता ही देश की मालिक, खत्म किए जाएंगे अंग्रेजों के समय के कानून : किरेन रिजिजू

उत्तराखंड  : कौन हैं ये लोग जो देहरादून में आकर योजनाबद्ध तरीके से नदी किनारे बसते जा रहे हैं ?

उत्तराखंड : कौन हैं ये लोग जो देहरादून में आकर योजनाबद्ध तरीके से नदी किनारे बसते जा रहे हैं ?

संत रविदास जयंती पर विशेष : प्रभु जी! तुम मोती, हम धागा…

संत रविदास जयंती पर विशेष : प्रभु जी! तुम मोती, हम धागा…

2023 में भी विश्‍व के नंबर 1 नेता हैं प्रधानमंत्री मोदी

2023 में भी विश्‍व के नंबर 1 नेता हैं प्रधानमंत्री मोदी

पितृपक्ष मेला में गया से चीनी जासूस गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी पुलिस

उत्तराखंड : डॉक्टरों की फर्जी डिग्रियां बनाता था इमलाख, एसटीएफ ने अजमेर से पकड़ा

बजट 2023 : रेल सुविधाओं के लिए उत्तराखंड को 5004 करोड़ की सौगात, विश्व स्तरीय बनेंगे हरिद्वार-देहरादून स्टेशन

बजट 2023 : रेल सुविधाओं के लिए उत्तराखंड को 5004 करोड़ की सौगात, विश्व स्तरीय बनेंगे हरिद्वार-देहरादून स्टेशन

रेल मंत्री का बड़ा ऐलान वंदे भारत ट्रेन के बाद अब वंदे मेट्रो की होगी शुरुआत, जानिए इसकी रफ्तार ?

रेल मंत्री का बड़ा ऐलान वंदे भारत ट्रेन के बाद अब वंदे मेट्रो की होगी शुरुआत, जानिए इसकी रफ्तार ?

‘सख्त निर्णय लेने पर हमें मजबूर न करें’ कॉलेजियम मामले में केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट का कड़ा रुख

‘सख्त निर्णय लेने पर हमें मजबूर न करें’ कॉलेजियम मामले में केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट का कड़ा रुख

‘अहमदिया महिलाओं पर हमले करो, उनके बच्चे मत पैदा होने दो’, यह सोच डराए हुए है पाकिस्तान के अहमदियाओं को

‘अहमदिया महिलाओं पर हमले करो, उनके बच्चे मत पैदा होने दो’, यह सोच डराए हुए है पाकिस्तान के अहमदियाओं को

समाज सुधार तथा समरसता के संवाहक संत रैदास

समाज सुधार तथा समरसता के संवाहक संत रैदास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • लव जिहाद
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies