स्थानीय युवाओं को आतंक की आग में झोंकने की चल रही साजिश,कश्मीर से गायब हो रहे युवा खुफिया एजेंसियों की बढ़ा रहे परेशानी
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत जम्‍मू एवं कश्‍मीर

स्थानीय युवाओं को आतंक की आग में झोंकने की चल रही साजिश,कश्मीर से गायब हो रहे युवा खुफिया एजेंसियों की बढ़ा रहे परेशानी

 स्थानीय युवाओं का आतंकी सगठनों में भर्ती होना चिंता की बात है। मई में जिन 27 आतंकियों को मारा गया था, उनमें से 20 स्थानीय थे। हालांकि जम्मू-कश्मीर पुलिस इस चुनौती से निपटने के लिए विभिन्न स्तर पर प्रयास कर ही रही है

by WEB DESK
Jun 6, 2022, 11:52 am IST
in जम्‍मू एवं कश्‍मीर
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जम्मू-कश्मीर से गायब हो रहे युवा खुफिया एजेंसियों के सामने नई चुनौती खड़ी कर रहे हैं। खबरों के अनुसार इस साल अब तक लगभग 50 आतंकियों की भर्ती हुई हैं। वहीं तीन दर्जन से ज्यादा युवा गायब हो गए हैं, जिनके आतंकी संगठनों के साथ जुड़ने की आशंका है। हालांकि आतंकियों की भर्ती और स्थानीय युवाओं के गायब की खबरों के बाद सुरक्षा एजेंसियां इस चुनौती से निपटने के लिए सतर्क हो गई हैं। जम्मू—कश्मीर के पुलिस सूत्रों के अनुसार दक्षिण कश्मीर में स्थानीय युवाओं की भर्ती में इजाफा हो रहा है। इस दौरान जो युवा गायब हुए हैं, उनकी उम्र 18 से 25 साल के बीच है। सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि परिवार के लोग भी उनके गायब होने की सूचना पुलिस को नहीं देते हैं। इस बात का खुलासा तो तब होता है, जब या तो वे आतंकी संगठन में भर्ती हो जाते हैं या फिर सुरक्षा बलों द्वारा मुठभेड़ में मारे जाते हैं। घाटी के पुलिस अधिकारी चिंता व्यक्त करते हुए कहते हैं कि स्थानीय युवाओं का आतंकी सगठनों में भर्ती होना चिंता की बात है। मई में जिन 27 आतंकियों को मारा गया था, उनमें से 20 स्थानीय थे। हालांकि जम्मू-कश्मीर पुलिस इस चुनौती से निपटने के लिए विभिन्न स्तर पर प्रयास कर ही रही है और युवाओं की आतंकी संगठन में भर्ती रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है।

आतंक को करेंगे नेस्तेनाबूद

आईजीपी कश्मीर विजय कुमार हाल की घटनाओं पर कहते हैं कि घाटी में जो भी आतंक को पालने—पोषने का काम करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। हम घाटी से आतंक को नेस्तेनाबूद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके अलावा जो लोग भी युवाओं को भटकाने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हम आतंकी संगठन में युवाओं की भर्ती रोकने के लिए कई स्तर पर काम कर रहे हैं। कई जगहों पर मां—बाप ने भी अपने बच्चों को आतंक के रास्ते से वापस लाने में बड़ी भूमिका निभाई है।

Topics: youths disappearing from Kashmirincreasing the trouble of intelligence agenciesस्थानीय युवाओं को आतंक की आग में झोंकने की चल रही साजिशकश्मीर से गायब हो रहे युवाखुफिया एजेंसियों की बढ़ा रहे परेशानीOngoing conspiracy to throw local youth in the fire of terror
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies