इमरान पर भारी जरदारी
Wednesday, August 17, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम विश्व

इमरान पर भारी जरदारी

इमरान खान बेदखल हो गए परंतु उनके कुछ पक्षधर नई सरकार की राह में रोड़े बिछा रहे हैं। ऐसे में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने मोर्चा संभाला है

महेश दत्त by महेश दत्त
May 19, 2022, 12:08 pm IST
in विश्व
इमरान खान एवं आसिफ जरदारी

इमरान खान एवं आसिफ जरदारी

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

इमरान खान बेदखल हो गए परंतु उनके कुछ पक्षधर नई सरकार की राह में रोड़े बिछा रहे हैं। ऐसे में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने मोर्चा संभाला है और इमरान की पार्टी के 50 सांसदों को सरकार के पक्ष में कर लिया

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पति आसिफ जरदारी को पाकिस्तानी राजनीति का चाणक्य माना जाता है। इमरान खान सरकार के गिरने के बाद बनी शहबाज शरीफ की सरकार के पांव अभी भली-भांति जम नहीं पाए हैं। नेशनल असेंबली में बहुमत के नाम पर उसके पास सिर्फ दो सदस्यों का बहुमत है। इमरान की पार्टी से नाराज सदस्यों को औपचारिक रूप से सरकार में शामिल नहीं किया जा सकता क्योंकि दल-बदल कानून इसमें आड़े आता है। इसके चलते राष्ट्रपति और पंजाब के गवर्नर, जोकि इमरान खान की पार्टी से संबंध रखते हैं, मौजूदा सरकार के रोजमर्रा के काम में रोड़े अटका रहे हैं।

उदाहरण के लिए, गवर्नर को बदलने के लिए राष्ट्रपति को दिए गए फैसलों पर अवांछित विलंब किया जाना, पंजाब के गवर्नर द्वारा मुख्यमंत्री को शपथ न दिलाना। यहां तक कि पंजाब में अभी तक मंत्रिमंडल नहीं बन सका है क्योंकि गवर्नर मंत्रिमंडल को शपथ ही नहीं दिलाना चाहते। इस समय पंजाब के गवर्नर हाउस को सील कर ताला लगा दिया गया है क्योंकि कानूनी तौर पर इस समय पंजाब में कोई गवर्नर है ही नहीं। पिछले डेढ़ महीने से पंजाब में मुख्यमंत्री के अलावा सरकार चलाने के लिए कोई मंत्री भी नहीं है। दूसरी तरफ इमरान खान रोजाना आधार पर जलसे कर पाकिस्तान के हर संस्थान और व्यक्ति पर हमले कर रहे हैं। सेनाध्यक्ष, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश या फिर चुनाव आयोग के सदस्य, कोई भी उनके हमलों से बचा नहीं है।

इस व्यवस्थागत और राजनीतिक ऊहापोह की स्थिति से बाहर निकलने और आगे की रणनीति के लिए नवाज शरीफ ने अपने भाई शहबाज शरीफ और उनके मंत्रिमंडल के मुख्य सदस्यों को लंदन में विचार-विमर्श के लिए बुलाया है। शहबाज शरीफ के हालिया सऊदी अरब और संयुक्त राष्ट्र अमीरात के दौरों के अभी तक कोई सुखद परिणाम सामने नहीं आए हैं और इन देशों से आने वाली आर्थिक मदद के लिए बातचीत अभी जारी है। आईएमएफ का पाकिस्तान आने का दौरा रद्द कर दिया गया है और कई मुलाकातों को कतर में करने के लिए कहा गया है।

Download Panchjanya App

इमरान खान पर भी एक्शन शुरू हो सकता है। लग रहा है, कुछ समय के लिए पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर उठापटक होने वाली है जिसके बाद शायद कुछ समय तक नीतियों पर काम किया जा सके। आगामी चुनाव तक इन हलचलों पर पूर्णविराम लगने का दूर-दूर तक कोई अंदेशा नहीं है। 

इस बीच यह भी सामने आया है कि मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल की वित्त नीतियों को लेकर विरोध है। स्माइल चाहते हैं कि आईएमएफ की नीतियों को जस का तस लागू किया जाए, लेकिन मंत्रिमंडल के दूसरे धड़े को लगता है कि आईएमएफ से दोबारा समझौता कर नीति परिवर्तन किया जाए। इसीलिए कतर में 18 मई से होने वाली मुलाकातों में अब पूर्व वित्त मंत्री इशाक दार जाएंगे। यह तय है कि आईएमएफ पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिरता में ही आर्थिक स्थिरता देखता है और मौजूदा हालात में स्थिरता नजर नहीं आती। इस माह पाकिस्तान को एक अरब डॉलर चीन को भी भुगतान करना है और पाकिस्तान ने इसे टालने के लिए निवेदन किया है लेकिन अभी तक चीन की तरफ से कोई उत्तर नहीं आया है। दूसरी तरफ शहबाज शरीफ के चीन दौरे के लिए चीन ने अभी तक कोई तारीख नहीं दी है।

इस सबके बीच आसिफ जरदारी ने एक प्रेस वार्ता कर इस असमंजस से निकलने के लिए अपनी नीति घोषित की है। आगामी दिनों में इमरान की पार्टी के पचास से अधिक सदस्य संसद में सरकार का समर्थन करेंगे लेकिन अपनी पार्टी नहीं छोड़ेंगे। ऐसा होने के बाद सरकार के पास ऐसे सदस्य संसद में होंगे जो राष्ट्रपति को हटाने के लिए तीन-चौथाई बहुमत भी बनाएंगे और राज्यपालों द्वारा उत्पन्न अड़चनों को हटाने में भी मदद करेंगे।

इन पर दल-बदल का कानून लागू नहीं होगा क्योंकि वे औपचारिक रूप से इमरान खान की पार्टी में ही बने रहेंगे और यदि उन्हें निकाला भी जाए तो उनकी सदस्यता खत्म नहीं होगी। इसी वार्ता में जरदारी ने यह भी बताया कि उनकी नवाज शरीफ से बात हो चुकी है और चुनाव अपने समय पर कराए जाएंगे और तब तक उन कानूनों को बदला जाएगा जिनके साथ चुनाव कराए जाने हैं।

इस माह के अंत तक इमरान खान पर भी एक्शन शुरू हो सकता है। लग रहा है, कुछ समय के लिए पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर उठापटक होने वाली है जिसके बाद शायद कुछ समय तक नीतियों पर काम किया जा सके। आगामी चुनाव तक इन हलचलों पर पूर्णविराम लगने का दूर-दूर तक कोई अंदेशा नहीं है।

Topics: शहबाज शरीफपाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपतिपूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टोआसिफ जरदारीवित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइलवित्त नीतियों
ShareTweetSendShareSend
Previous News

नंदी की प्रतीक्षा

Next News

भारत दुनिया की नई उम्मीद, युवा संकल्प लें और निभाएं भूमिका : प्रधानमंत्री

संबंधित समाचार

पाकिस्तान को चीनी कंपनियों की धमकी, 300 अरब न मिले तो बंद कर देंगे बिजली

पाकिस्तान को चीनी कंपनियों की धमकी, 300 अरब न मिले तो बंद कर देंगे बिजली

पाकिस्तान का नया मंत्रिमंडल

पाकिस्तान का नया मंत्रिमंडल

इमरान की पार्टी से कुरैशी ने शहबाज के खिलाफ कराया प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन

इमरान की पार्टी से कुरैशी ने शहबाज के खिलाफ कराया प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन

इमरान खान का पतन और पाकिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय संबंध

इमरान खान का पतन और पाकिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय संबंध

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने पवन काजल को कार्यकारी अध्यक्ष पद से हटाया

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने पवन काजल को कार्यकारी अध्यक्ष पद से हटाया

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे : राजा जी नेशनल पार्क के पहाड़ों के नीचे सुरंग का निर्माण पूरा

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे : राजा जी नेशनल पार्क के पहाड़ों के नीचे सुरंग का निर्माण पूरा

विभाजन : ‘खून से लाल हुई नदी’

विभाजन : ‘खून से लाल हुई नदी’

मथुरा में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी खास, गर्भ गृह को दिया जाएगा कंस के कारागार का रूप

मथुरा में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी खास, गर्भ गृह को दिया जाएगा कंस के कारागार का रूप

सहारनपुर में एटीएस ने डाला डेरा, नदीम, हबीबुल इस्लाम के खिलाफ सबूत जुटाने में लगी

सहारनपुर में एटीएस ने डाला डेरा, नदीम, हबीबुल इस्लाम के खिलाफ सबूत जुटाने में लगी

अब हिंदू परमवीरों के लिए भी जाना जाएगा आगरा, शिवाजी की 100 फीट ऊंची प्रतिमा लगेगी

अब हिंदू परमवीरों के लिए भी जाना जाएगा आगरा, शिवाजी की 100 फीट ऊंची प्रतिमा लगेगी

बीएचयू के प्रोफेसर का विवादित बयान, कहा- बौद्ध विहार का हिस्सा था ज्ञानवापी

बीएचयू के प्रोफेसर का विवादित बयान, कहा- बौद्ध विहार का हिस्सा था ज्ञानवापी

विभाजन : ‘सारा कुंआ लाशों से पट गया’

विभाजन : ‘सारा कुंआ लाशों से पट गया’

रेलवे ने दौड़ाई सुपर वासिकी, 25 हजार 962 टन कोयला लेकर कोरबा से नागपुर पहुंची साढ़े तीन किलोमीटर लंबी मालगाड़ी

रेलवे ने दौड़ाई सुपर वासिकी, 25 हजार 962 टन कोयला लेकर कोरबा से नागपुर पहुंची साढ़े तीन किलोमीटर लंबी मालगाड़ी

विद्यालय के प्रांगण में नशे में चूर प्रधानाध्यापक अन्द्रियास मरांडी

शराब के नशे में चूर , प्रधानाध्यापक पहुंचे स्कूल

  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping
  • Terms

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies